कृषि पाठशाला में लापरवाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं: शिल्पी नेहा तिर्की
रांची:कृषि , पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी बह तिर्की ने समेकित बिरसा विकास योजना सह कृषक पाठशाला की आज नेपाल हाउस में समीक्षा बैठक हुई . समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की कृषि पाठशाला के लिए चयनित एजेंसी की सुस्ती को लेकर नाराज दिखी . राज्य में फिलवक्त 57 एजेंसी कृषि पाठशाला के लिए चयनित है . कृषि पाठशाला CM हेमंत सोरेन की ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है . 25 से 27 एकड़ भूमि पर कृषि पाठशाला के निर्माण में जहां कुछ एजेंसियां बेहतर काम कर रही है जबकि कई एजेंसियों को पहले भी शो कॉज किया जा चुका है . मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने साफ शब्दों में कहा कि इसमें किसी भी तरह की कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी . कृषि पाठशाला में बेड़ों के लिए चयनित एजेंसी को टर्मिनेट करने का निर्देश दिया गया है . एजेंसी को काम में लापरवाही और सुस्ती के लिए पहले ही शो कॉज किया गया था . बावजूद इसके कोई सुधार नहीं हुआ . बेहतर कार्य नहीं करने वाले एजेंसियों को 6 माह में कार्य में प्रगति लाने का निर्देश दिया गया है . मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा है कि कृषि पाठशाला में कृषि _ पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की आत्म बसती है . कृषि पाठशाला का कैंपस विभाग की सारी योजनाओं का एक दर्पण की तरह है और इस दर्पण में विभाग का चेहरा हर हाल में बेहतर दिखना चाहिए . कृषि पाठशाला में किसानों के प्रशिक्षण से लेकर विभाग के द्वारा संचालित योजनाओं का मॉडल तैयार किया जाता है . प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट के द्वारा कृषि पाठशाला की मॉनिटरिंग की जाती है .

