वैशाखी पर्व पर गुरु नानक सेवक जत्था द्वारा नगर कीर्तन निकाला गया
Ranchi :वैशाखी पर्व पर शुक्रवार को गुरुद्वारा श्री गुरुनानक सत्संग सभा के तत्वधान में गुरु नानक सेवक जत्था द्वारा नगर कीर्तन निकाला गया।
वाहो वाहो गोबिंद सिंह जी के जयकारे और नगाड़े की थाप के साथ सुबह 5:00 बजे गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा से नगर कीर्तन की शुरुआत हुई.इस नगर कीर्तन में श्री गुरु ग्रंथ साहब जी के स्वरूप को पुष्प से सजे वाहन पर विराजमान कर पाँच निशानची हरविंदर सिंह,जीत सिंह,रविंदर सिंह, सतविंदर सिंह,स्वर्णदीप सिंह एवं पांच प्यारों हरजीत सिंह ‘स्वीन्की’,अमरजीत सिंह, गुरजीत सिंह, हरबिंदर सिंह, सतपाल सिंह की अगुवाई में कॉलोनी की विभिन्न गलियों का भ्रमण कराया गया।नगर कीर्तन गुरुद्वारा साहिब के मुख्य गेट से आरंभ होकर स्वर्गीय रोशन दास गेरा,नानक चंद अरोड़ा,सुभाष मिढ़ा,संतोष बजाज,रमेश पपनेजा,नरेश पपनेजा,हरविंदर सिंह बेदी,द्वारकादास मुंजाल,सरदार भूपिंदर सिंह,होलाराम तेहरी,स्व0 मुखी मोहन लाल मिढ़ा,स्व0 तेजभान मिढ़ा के चौक से होते हुए वापस गुरुद्वारा साहिब पहुंच कर सुबह 8.15 बजे विसर्जित हुआ.नगर कीर्तन के रुट में पड़ने वाले मार्गों में श्री गुरुग्रंथ साहिब जी की सवारी के आगे आगे स्त्री सत्संग सभा की सदस्यों द्वारा जल का छिड़काव किया गया एवं झाड़ू से सफाई की गई.
नगर कीर्तन में सत्संग सभा की कीर्तन मंडली के सुंदर दास मिढ़ा,पाली मुंजाल,बबली दुआ,गीता कटारिया, शीतल मुंजाल ने ” वाणी निरंकार है वाणी निरंकार है………” तथा ” पिवो पाहुल खंडे धार होए जनम सुहेला वाहो वाहो गोविंद सिंह आपे गुर चेला………..” तथा “सब सीखन को हुकम है गुरु मानयो ग्रंथ, गुरुग्रंथ जी मानयो प्रगट गुरां की देह……” एवं ” वड्डे मेरे साहिबा गेहर गंभीरा, गुणी गहिरा कोई ना जाने तेरा केटा केवड़ चीरा………..” शबद गायन कर कॉलोनी के चौक चौराहों को भक्तिमय कर दिया.नगर कीर्तन में पुष्प सवारी में विराजमान श्री गुरुग्रंथ साहिब की चवर सेवा सत्संग सभा के सचिव अर्जुन देव मिढ़ा ने की तथा प्रशाद वितरण अध्यक्ष द्वारका दास मुंजाल,मनीष मिढ़ा,राजेन्द्र मक्कड़ एव मनीष गिरधर ने किया.नगर कीर्तन में शामिल पाँच प्यारे एवं पाँच निशानची को सभा के अध्यक्ष द्वारका दास मुंजाल एवं सचिव अर्जुन देव मिढ़ा ने सरोपा देकर सम्मानित किया.
नगर कीर्तन का आज जगह-जगह स्वागत किया गया. श्री राधा कृष्ण मंदिर कमेटी की ओर से शीतल पेय पदार्थ की सेवा की गई.कमिटी के मनोहर लाल जसूजा,केसर पपनेजा,मनोज किंगर स्वागत करने वालों में शामिल थे.बहावलपुरी पंजाबी समाज तथा बहावलपुरी पंजाबी समाज महिला समिति की ओर से अश्विनी सुखीजा,नरेश पपनेजा, कंवलजीत मिढ़ा,कामराज खत्री,आशीष दुआ,प्रमोद चूचरा,सोनू पपनेजा,महेश कुक्कड़,हरीश नागपाल,कमलेश मिढ़ा,रवि नागपाल,पिंकी,मधु मक्कड़,नीती पपनेजा ने पांच निशानची एवं पांच प्यारे को माला पहनाकर स्वागत किया गया तथा श्री गुरु ग्रंथ साहब जी को पुष्पमाला एवं प्रशाद भेंट किया.संस्था द्वारा नगर कीर्तन पर पुष्प वर्षा भी की गई तथा श्रद्धालुओं के लिए शीतल पेय जल की भी व्यवस्था की गई.वार्ड नंबर 31 के पार्षद अशोक यादव,वार्ड नंबर 30 की पार्षद रीमा देवी एवं शिव बारात आयोजन समिति के दिलीप गुप्ता,दीपक नंदा,राजकुमार तलेजा,जीतू अरोड़ा तथा गुलशन मिढ़ा ने नगर कीर्तन का गर्मजोशी से स्वागत किया.इसके अलावा सुभाष मिढ़ा,हरविंदर बेदी,सरदार भूपिंदर सिंह एवं सूंदर दास मिढ़ा के चौक पर चाय,शर्बत एवं आइसक्रीम की सेवा की गई.
सत्संग सभा के मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने बताया कि इस तीन दिवसीय समागम के उपलक्ष्य में 2 अप्रैल,शनिवार को रात 8:00 बजे से 11:30 बजे तक एवं 3 अप्रैल को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक विशेष दीवान सजाया जाएगा.समागम में शिरकत करने के लिए सिख पंथ के महान कीर्तनी जत्था भाई साहब भाई जगतेश्वर सिंह जी ‘शान’ पटियाला वाले विशेष रूप से पधार रहे हैं.दोनों दीवानों की समाप्ति के उपरांत गुरु का अटूट लंगर भी चलाया जाएगा.सत्संग सभा के सचिव अर्जुन देव मिढ़ा ने दोनों दीवानों में सभी पुरुष श्रद्धालुओं से सफेद कुर्ता पायजामा एवं महिला श्रद्धालुओं से सफेद सलवार सूट एवं केसरिया दुपट्टा पहनने कर शामिल होने की अपील की है.
नगर कीर्तन में हरविंदर सिंह बेदी,लेखराज अरोड़ा,हरगोविंद सिंह,अमरजीत गिरधर,अशोक गेरा,चरणजीत मुंजाल,सुरेश मिढ़ा,हरीश मिढ़ा,मोहन कठपाल,विनोद सुखीजा,महेश सुखीजा,आशू मिढ़ा,नवीन मिढ़ा,पवनजीत सिंह,बसंत कठपाल,अजय धमीजा,वेद प्रकाश मिढ़ा,लक्ष्मण दास मिढ़ा,लक्ष्मण सरदाना,महेंद्र अरोड़ा,प्रताप खत्री,इंदर मिढ़ा,रमेश पपनेजा,अमर मदान समेत अन्य शामिल थे.