कुडू में लोकसभा चुनाव शांतिपूर्वक सम्पन्न। 68.31 प्रतिशत हुआ मतदान
कुडू – लोहरदगा : कुडू प्रखंड में लोकसभा का चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। प्रखंड के कुल 87 मतदान केंद्रों पर 34820 पुरुष और 35184 महिला मतदाताओं को मिलाकर 70004 मतदाताओं में 49451 मतदातों ने अपने मत 68.31 प्रतिशत अपने मत का प्रयोग किया। प्रखण्ड के सुंदरु स्थित बूथ नंबर 91 में कुल 895 में सर्वाधिक 744 वोट पड़े जो 84. 53 % है वहीं सबसे कम वोट कड़ाक के बूथ नंबर 97 में पड़े जहां कुल 716 में सबसे कम 431 वोट पड़े 60.2% है।
सुबह सात बजे से ही मतदाता मतदान के लिए घरों से निकलने लगे। मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। कतारों में महिलाओं की संख्या काफी रही। इस दौरान 88 वर्ष के बुजुर्गों से लेकर नि:शक्तों तक ने अपने मत का प्रयोग किया। फर्स्ट टाइमर वोटरों में अत्यधिक उत्साह देखने को मिला। कुछ क्षेत्रों में मतदान चार बजे ही समाप्त हो गया था, जबकि अन्य सभी क्षेत्रों में मतदान का कार्य शाम पांच बजे तक जारी रहा। वहीं प्रारंभ में कुछ बूथों पर ईवीएम खराब होने की सूचना मिली थी, जिसे बाद में दुरुस्त कर लिया गया। समाचार लिखे जाने तक मतदान के दौरान कहीं से किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। इसी के साथ कॉंग्रेस के सुखदेव भगत, भाजपा समीर उरांव, सहित 13 अन्य प्रत्यासियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गयी।
लाइन में खड़े रहे मतदाता, वैलेट पेपर से पहले ही किसी ने कर दिया मतदान।
प्रखंड के बारीडीह स्थित मतदान केन्द्र संख्या 125 के मतदाता मकबूल अंसारी घन्टों लाइन में खड़े रहने के बाद भी मतदान से वंचित रह गए। इस बात को लेकर थोड़ी देर के लिए अफरा तफरी का माहौल रहा, जब 67 वर्षीय बुजुर्ग को परज़ाइडिंग ऑफिसर ने वोट डालने से मना कर दिया। लोगों का कहना था कि किसान आदमी अपना काम छोड़कर लंबी लाइन में लगा रहा उसके बावजूद अपना मत नही दे सका। बात प्रखण्ड से लेकर जिले के अधिकारियों तक पहुंची तो कूडू बीडीओ रामप्रवेश साव बारीडीह पहुंचे और काफी समझाइश की और गलती कहाँ और कैसे हुई है इसका पता लगाने का आश्वासन दिया। हालांकि मकबूल अंसारी बिना वोट दिए ही वापस गए।
बिजली और पानी की अव्यवस्था से परेशान रहे मतदान कर्मी।
कई मतदान केन्द्रो पर अव्यवस्था भी दिखी। कहीं शौचालय तो कहीं पानी और बिजली को तरसे मतदान कर्मीयों ने रतजग्गा कर बिताई रात। वहीं इस बार सभी बूथों पर मेडिकल टीम तैनात रही।