श्रावणी पूर्णिमा पर आम्रेश्वर धाम मंदिर में लाखों श्रद्धालुओं ने की पूजा-अर्चना
खूंटी: रक्षाबंधन के अवसर पर आम्रेश्वर धाम के श्रावणी मेले में गुरुवार को दर्शनार्थियों सहित अन्य लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। झारखंड का मिनी बाबा धाम के रुप में प्रसिद्ध आम्रेश्वर धाम,खूंटी में रक्षाबंधन का त्यौहार की समाप्ति के साथ ही पवित्र श्रावणी के कार्यक्रमों का समापन हो गया। प्रबंधन समिति के अनुसार श्रावण मास के अंतिम दिवस को आम्रेश्वर धाम के श्रावणी मेले में महिला-पुरुषों श्रद्धालुओं सहित दो लाख से अधिक लोग श्रावणी मेले में पहुंचे। इसमें भोले शंकर पर जलाभिषेक करने वालों की संख्या लगभग 15,000 थी। मेला 01 सितम्बर तक रहेगा।
दो महीने से चल रहे श्रावणी मेले के मद्देनजर जिला प्रशासन के निर्देश के आलोक में आम्रेश्वर धाम सहित मेला परिसर में दर्शनार्थियों की सुविधा, विधि व्यवस्था संधारण एवं सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये थे। धाम परिसर में पुलिस कंट्रोल रूम स्थापित किया गया था। पुलिस पिकेट बनाया गया था। साथ ही दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी। तैनात पुलिस बल के महिला-पुरुष के जवान और प्रबंध समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य श्रावणी मेले के दौरान शांति व्यवस्था कायम रखने के क्रम में लागातार सक्रिय रहे।
धाम परिसर में संभावित घटना पर नजर रखने के लिए कई सीसी टीवी कैमरे लगे थे।
सूचना एवं जनसंर्पक विभाग, खूंटी द्वारा प्रत्येक रविवार व सोमवार को एलईडी वैन के माध्यम से भोले नाथ का श्रृंगार पूजा एवं शिव भक्तों द्वारा जलाभिषेक का एलईडी वैन के माध्यम से लाइव प्रदर्शन किया जाता रहा। साथ ही धाम परिसर में प्रतिदिन लोगों को प्रभावशाली रूप से सरकारी योजनाओं एवं जिले के पर्यटन स्थलों की जानकारी दी जाती रही।
श्रावणी मेले में आने वाले दर्शनार्थियों के मनोरंजन के लिए बिजली के झूले, मौत का कुआं, ब्रेक डांस आदि लगे हैं। श्रावणी मेले में आये लोग डिजनीलैंड में जाकर मनोरंजन का लुत्फ़ उठा रहे हैं। यहां बिजली के झूले, मौत का कुआं, ब्रेक डांस आदि संचालित हैं।पुलिस बल के जवान एवं प्रबंध समिति के वोलेंटियर सक्रिय रहे ताकि मेले में लोगों को किसी तरह की परेशानी ना हो।
जिला जनसंपर्क विभाग द्वारा आम्रेश्वर धाम परिसर में सूचना सहायता केन्द्र सह प्रदर्शनी शिविर का आयोजन किया गया था। यहां लोगों को सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही थी। साथ ही आमजनों को विविध पर्यटन स्थलों और श्रद्धालुओं को मेला के संबंध में सूचनाएं एवं जानकारियां दी जा रही थीं। आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले महापुरुषों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से संबंधित शिविर में लगे स्टैंडी के माध्यम से लोगों को उनकी जीवनी से अवगत कराया गया। शिविर में दुर्गा माता मंदिर, संकट मोचन मंदिर और राधा-कृष्ण मंदिर की कलाकृति की प्रदर्शनी भी लगाई गयी थी जो लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा। जनसंपर्क कार्यालय,खूंटी के तहत निबंधित विभिन्न सांस्कृतिक दल के कलाकार द्वारा नुक्कड़ नाटक एवं गीत-नृत्य के माध्यम से सरकारी योजनाओं का प्रचार- प्रसार किया गया।

