झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा- कांग्रेस के कोई भी विधायक सरकार और संगठन से नहीं हैं नाराज
रांची: राज्यसभा चुनाव में झामुमो के द्वारा प्रत्याशी दिए जाने बाद कांग्रेसी विधायकों के नाराजगी की बात को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने खारिज किया है। मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस भवन में कांग्रेसियों का दिनभर हाई वोल्टेज का ड्रामा हुआ। कांग्रेस के अधिकांश विधायक मीडिया के सामने हेमंत सोरेन सरकार के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त किया। साथ ही कहा कि झामुमो ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया है।यहां तक कि सोनिया गांधी की बातों को भी मानने से इंकार कर दिया है। ऐसे में गठबंधन सरकार में रहने का कोई औचित्य नहीं है। वहीं झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने सभी विधायकों से बंद कमरे में वन टू वन किया और उनकी राय ली। यह सिलसिला शाम पांच बजे तक चला।
विधायकों से वन टू वन करने बाद कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि सभी विधायकों से संगठन पर चर्चा हुई है। साथ ही मांडर उप चुनाव,सदस्यता अभियान और सरकार के कार्यों के बारे में विस्तृत चर्चा हुई है। कांग्रे विधायक और कार्यकर्ताओं का बुधवार और गुरुवार को दो दिवसीय कार्यशाला रांची में होने वाला है। इसपर भी चर्चा हुई है।उन्होंने कहा कि कोई भी विधायक संगठन और सरकार से नाराज नहीं है। राज्यसभा चुनाव पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास संख्या बल नहीं है ।इसलिए कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। झामुमो के पास पर्याप्त संख्या बल है। राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में कोई नाराजगी नहीं है।
वहीं कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि सरकार अपना बेहतर काम कर रही है। राज्य की जनता ने गठबंधन को बहुमत दिया है। कांग्रेस का चुनाव से पूर्व ही झामुमो से गठबंधन हो गया था। इसलिए राज्यसभा चुनाव को लेकर गठबंधन सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा।