जयराम महतो गिरीडीह से ठोकेंगे ताल,आजसू और झामुमो को होगा नुकसान…
रांची: एनडीए के घटक दल आजसू को गिरीडीह सीट मिला है। यहां से आजसू ने एक बार फिर से चंद्रप्रकाश चौधरी को मैदान में उतारा है। झामुमो ने मथुरा महतो को उतारा है। झारखंडी भाषा खतियानी पार्टी से जयराम महतो इसी सीट पर ताल ठोकने को तैयार हैं। जयराम महतो पिछले तीन सालों इस क्षेत्र में फील्डिंग कर रहे हैं। महतो बहुल क्षेत्र में जयराम महतो कम समय में स्थानीय लोगों के बीच अपनी मजबूत पकड़ बनाने में कामयाब हो गए हैं। ऐसे में गिरीडीह सीट पर उनका चुनाव लडना कही न कही आजसू और झामुमो प्रत्याशी पर भारी पड़ सकता है।
वहीं राजनीतिक जानकारों की मानें तो गिरीडीह लोकसभा क्षेत्र में निवर्तमान सांसद सह आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी की पांच सालों के दौरान कोई खास उपलब्धि नहीं रही है। वहां की जनता स्थानीय सांसद के विकास कार्यों से खुश नहीं है। यही नहीं राज्य सरकार के कार्यों से भी क्षेत्र में लोगों में नाराजगी है। 1923 के खतियान का और ओबीसी आरक्षण का मुद्दा इस चुनाव में रहने वाला है। जयराम महतो इसी मुद्दे को लेकर क्षेत्र के लोगों के बीच हाईलाइट हुए हैं। खतियानी आंदोलन से उपजे जयराम महतो जनता के बीच काफी लोकप्रिय हो गए हैं। जयराम टिकट के लिए महतो झामुमो और भाजपा दोनों के संपर्क में थे। दोनों ही पार्टियों ने जयराम महतो को घास नहीं डाला और फिर इनलोगों ने राजनीतिक पार्टी बनाकर कई सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। इसके अलावा धनबाद,रांची और दुमका पर भी अपने प्रत्याशी उतारेंगे।