राज्य में मौजूदा राजनीतिक हालात बदलना जरूरी, आगे आएं युवा: सुदेश महतो
रांची/ बोकारो : सरकार की विकास विरोधी नीतियों के चलते राज्य के युवा बेरोजगारी और पलायन का दंश झेल रहे हैं। हमारा झारखंड लेबर स्टेट बनकर रह गया है। लाखों युवा जीवनयापन के लिए दूसरों प्रदेशों में पलायन को मजबूर हैं। जिसमें अधिकतर युवा आदिवासी, दलित और पिछड़ा वर्ग से हैं। युवा राज्य में आवश्यक राजनीतिक परिवर्तन के वाहक हैं।उक्त बातें पार्टी अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने तेनुघाट गेस्ट हाउस में आयोजित गोमिया विधानसभा स्तरीय युवा संवाद कार्यक्रम में कही। इस कार्यक्रम में क्षेत्र के हजारों युवाओं ने हिस्सा लिया।
सरकार के पास युवाओं की बेहतरी के लिए कोई प्लान नहीं है। साल में पांच लाख नौकरी का वादा कर सत्ता में आने वाले लोग पिछले पांच सालों दस हजार नौकरियों का आंकड़ा पार नहीं कर पाए हैं। उन्होंने युवाओं को छला है। रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करने की दिशा में भी इन पांच सालों में कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।
झारखंड आंदोलन को मुकाम तक पहुँचाने में आजसू के युवा साथियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आज राज्य के नवनिर्माण की घड़ी में आजसू के साथ ही युवा आजसू का भी योगदान अहम। युवाओं के जोश, विचार, साथ और विश्वास के साथ हम नवनिर्माण की पटकथा लिखेंगे। राजनीति में युवा शक्ति, युवा सोच के साथ सकारात्मक बदलाव लाने की हमारी तैयारी।
गिरिडीह लोकसभा समेत राज्य की सभी 14 सीटों पर एनडीए की जीत सुनिश्चित करने में युवाओं की भूमिका सबसे जरूरी है। युवाओं के ऊपर स्वयं मतदान करने के साथ ही अन्य लोगों को भी मतदान के प्रति जागरूक करने की भी जिम्मेदारी।
मौके पर उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय महासचिव सह गोमिया के लोकप्रिय विधायक ने कहा कि युवाओं की ऊर्जा और दृष्टि को संवारना किसी भी राज्य की प्रगति और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। युवा अपने ताजा दृष्टिकोण, नवाचारी विचार और परिवर्तन के प्रति उत्साह के साथ राजनीतिक मानचित्र में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाने की दमख़म रखते हैं। उनकी क्षमता को निखारने और बेहतर नेतृत्व क्षमता का विकास करने के लिए सशक्त मंच है आजसू। हम सभी को मिलकर राज्य को बेहतर बनाने के लिए कार्य करना है।
कार्यक्रम में युवा आजसू के राज्य संयोजक सह बोकारो जिला प्राभारी टिकैत महतो, राज्य संयोजक अमित कुमार, बोकारो जिला सह प्राभारी तापस मेहता समेत अन्य कई पार्टी पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित रहें।