मधुबनी में रोचक हुआ मुकाबला, मायावती ने बिकाश कुमार को उतारा मैदान में
मधुबनी: जैसे – जैसे समय बीतता जा रहा है, लोकसभा चुनाव की गर्मी मौसम की तरह ही बढ़ती जा रही है। बिहार में बीजेपी, आरजेडी, जेडीयू, कांग्रेस, लेफ्ट के अलावा बहुजन समाज पार्टी यानी मायावती ने भी एंट्री मार दी है। मायावती ने मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से अपने उम्मीदवार उतारे हैं। बीएसपी ने बिकाश कुमार को इस सीट से टिकट दिया है।
पूरी तस्वीर देखें तो बीजेपी ने पूर्व सांसद हुकुमदेव यादव के बेटे अशोक यादव, आरजेडी ने अली अशरफ फातमी को उम्मीदवार बनाया है. रोचक बात ये है कि दोनों ही दरभंगा के रहनेवाले हैं. वहीं मायावती ने जिस बिकाश कुमार को टिकट दिया है, वह मूल रूप से जयनगर के रहनेवाले हैं. हालांकि वो पहली बार संसदीय चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
कौन हैं बिकाश कुमार
बिकाश कुमार मधुबनी जिले के जयनगर के रहनेवाले हैं. बचपन यहीं बीता. उनके पिताजी इंजीनियर है और वह बरौनी राफाइनरी में काम करते थे. ऐसे में उनकी स्कूली शिक्षा बरौनी, बड़ौदा, हल्दीया जैसे शहरों में हुई. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ बिजनेस स्टडीज और फिर एमबीए किया. व्यावसायिक तौर पर उन्होंने कई देशों में अपने व्यवसाय का विस्तार किया है. सिंगापुर में इंटिग्रेटेड रिटेल मैनेजमेंट कंसल्टिंग और स्लाइसर प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी चला रहे हैं. इन कंपनियों के माध्यम से वह बाजार को कई तरह के सॉफ्टवेयर मुहैया करा रहे हैं. उनका यह कारोबार सिंगापुर के अलावा थाईलैंड और इंडोनेशिया में भी फैला हुआ है.
क्या बिहार में दलितों को साध पाएंगी मायावती
इसमें कोई दो राय नहीं कि मायावती को देशभर में दलितों की राजनीति करने के लिए जाना जाता है. दलितों की प्रमख आवाज माना जाता है. लेकिन सवाल ये है कि यूपी में वो ऐसा कर पाईं और कर रही हैं, लेकिन बिहार में उनकी पार्टी यहां के दलितों को कितना साध पाएंगी.