इस तरह करें ब्रेन इंफेक्शन की पहचान
मुंबई:ब्रेन को बॉडी का कंट्रोल सिस्टम कहा जा सकता है इसलिए अगर ब्रेन में किसी तरह का इंफेक्शन होता है तो ये आपके मूड और बिहेवियर को भी प्रभावित करता है. मसलन अगर ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड के आसपास मेंबरेंस में सूजन हो जाए तो इससे भ्रम और भटकाव जैसे लक्षण महसूस होने लगते हैं.ऐसे में अगर आपके सिर में लगातार दर्द हो रहा है तो आप इसे इग्नोर ना करें और डॉक्टर से संपर्क करें।
डॉक्टर के मुताबिक
ब्रेन इंफेक्शन होने पर आमतौर पर लक्षणों को देखकर या पैथोलॉजिकल तरीके से इसे ठीक किया जा सकता है. जीवाणु संक्रमण का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं के साथ किया जाता है, जबकि वायरल संक्रमण का इलाज एंटीवायरल के साथ किया जा सकता है.बता दें कि ब्रेन इंफेक्शन कई कारणों से हो सकता है जिसमें से एक कोविड भी है. डॉक्टर का कहना है कि मस्तिष्क में संक्रमण कुछ संक्रामक एजेंट (बैक्टीरिया या वायरस) के मस्तिष्क के कुछ स्थानों (वेंट्रिकल्स) या ऊतकों में प्रवेश करने की वजह से होता है. ब्रेन में कई ऐसे बैक्टीरिया और वायरस होते हैं जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र ( रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क) को प्रभावित करते हैं।अगर आपको लगता है कि आपके ब्रेन में किसी तरह का इंफेक्शन है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना जरूरी है.इसके लक्षणों की बात करें तो बुखार, सिरदर्द, भ्रम, दौरे पड़ना और गर्दन में अकड़न आदि हैं. अगर आपको ऐसे लक्षण महसूस हो रहे हैं तो डॉक्टर को दिखाने में देरी न करें. क्योकि मस्तिष्क के संक्रमण का इलाज किया जा सकता है, लेकिन जितनी जल्दी आप इलाज शुरू करेंगे, आपके ठीक होने की संभावना उतनी ही बेहतर होगी.
मस्तिष्क में किसी तरह का संक्रमण होने से ब्रेन के काम करने के तरीके में अल्पकालिक व्यवधान उत्पन्न होता है. अगर इसे इग्नोर किया गया तो यह बढ़ सकता है और इंसान कोमा में जा सकता है. इसलिए अगर आपको बोलने में या बात समझाने में दिक्कत आ रही है तो ये ब्रेन इंफेक्शन की वजह हो सकता है. इसके अलावा मूड में तेजी से बदलाव आना भी इसकी वजह हो सकता है.