सरकार के राइट और लेफ्ट हैंड ड्रोन कैमरे की जद में, वहीं कांग्रेस अपने ही घर में कर रही है पैचअप
रांचीः झारखंड में लोकबाग की जुबां पर एक ही बात आ रही है कि प्रदेश में क्या होगा। सरकारी कार्यालयों में भी दिन भर इसी बात की चर्चा। सत्तारूढ़ दल झामुमो और कांग्रेस दोनों ही चौतरफा घिरी हुई है। झामुमो ईडी के कलच में है तो कांग्रेस अपने ही घर के लोगों से परेशान है। इडी की टीम सरकार के राइट और लेफ्ट हैंड के पत्थर के खदानों की ड्रोन कैमरे से जायजा ले रही है। मंडरो अंचल क्षेत्र के मिर्जाचौकी स्थित पकड़िया मौजा और सुंदरे मौजा के खनन क्षेत्र में जांच कर रही है। सरकार के राइट हैंड से पूछताछ होनी है। वहीं 29 जुलाई से मॉनसून सत्र भी शुरू होगा। प्रदेश की जनता के समक्ष सुखाड़ मुंह बाए खड़ा है। जनहित के मुद्दे गौण हो गए हैं। राजनीतिक दल सिर्फ एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप पर ही समय बीता रहे हैं। वहीं कांग्रेस अपने घर के लोगों से ही परेशान है। इस मामले को पैचअप करने के लिए झारखंड के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय रांची पहुंच चुके हैं। कांग्रेस लाचार और बेबस हो गई है। आलाकमान के निर्देश को भी पार्टी के एमएलए हल्के में ले रहे हैं. जो राष्ट्रपति चुनाव में ही स्पष्ट तस्वीर दिख गई थी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी की स्थिति भी क्या करें क्या न करें वाली हो गई है। जब से वे प्रदेश प्रभारी बने हैं उनका अधिकांश समय अपने विधायकों के कुनबे को एकजुट करने में व्यतीत हो रहा है. कांग्रेस का खिसकता जनाधार और ईडी जांच में फंसा शीर्ष नेतृत्व स्वयं ऊहापोह की स्थिति में है. कांग्रेस विधायकों की गतिविधियों पर भी लगातार नजर रखी जा रही है. उनसे कहा गया है कि वे प्रदेश के बाहर जाने पर अवश्य सूचित करें. जिला अध्यक्षों और वरीय नेताओं को भी निगरानी करने को कहा गया है. वहीं प्रदेश प्रभारी तीन दिनों तक रांची में कैंप करेंगे.