01 अक्टूबर शनिवार का राशिफल एवम पंचांग
मेष: आज इच्छित कार्य पूर्ण होंगे । आप व्यस्त रहने से थकान महसूस कर सकते हैं। अपनी दिनचर्या को संतुलित तथा व्यवस्थित बनाकर रखें, जिससे अधिकतर घरेलू काम समय पर पूरे होते जाएंगे। बच्चों को समय दें। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा । विद्यार्थियों तथा युवाओं को इंटरव्यू व करियर संबंधी परीक्षा में सफलता की पूरी संभावना है। इसलिए वे लोग अपनी पढ़ाई के प्रति एकाग्रचित्त रहें। स्वास्थ्य सुधार होगा।
वृष: आज मनोवांछित फल प्राप्त होगा ।समय की कोई कमी नहीं रहेगी ।व्यवसायिक तौर पर ग्रह स्थितियां आपके पक्ष में हैं। कार्यप्रणाली में कुछ बदलाव संबंधी योजनाएं बन सकती है। तरक्की के भी उचित अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी पेशा व्यक्ति अपने कार्य को बहुत सावधानी पूर्वक करें, क्योंकि कोई गलती होने की आशंका लग रही है। स्वास्थ्य सही रहेगा।
मिथुन: आज भाग्य आपके मनोनुकूल रहेगा । समय पर कार्य सम्पन्न होंगे । कुछ समय खुद के लिए भी बीताएं। इससे आपको शारीरिक और मानसिक ताजगी के साथ ऊर्जा भी मिलेगी। आपको अपनी दिनचर्या संबंधी कामों को पूरा करने में पारिवारिक सदस्यों की मदद भी मिल सकती है। स्वास्थ्य सुधार होगा।
कर्क: आज आपका सामाजिक दायरा और पारिवारिक सम्बंध यश को बढाएंगे ।कार्यक्षेत्र में अपने प्रतिद्वंद्वियो के सामने आपकी ही यशोगाथा रहेगी । आपका कोई कर्मचारी साथी आपकी योजना को लीक कर सकता है। इससे सावधान रहें और लापरवाही बिल्कुल ना करें । सभी कार्यों पर पैनी नजर अवश्य रखें। नौकरी में भी किसी के साथ भी उलझे नहीं। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
सिंह: आपकी ऊर्जा आज आपका भरपूर साथ देंगी । पारिवारिक जिम्मेदारियों का आप बखूबी निर्वाह करेंगे। आपका उदारवादी व सहायक दृष्टिकोण सामाजिक कार्यों में एक बेहतरीन मिसाल के रूप में सामने आएगा। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा । विद्यार्थी भी अपनी पढ़ाई के प्रति पूर्ण रूप से एकाग्रचित्र रहेंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
कन्या: आज आपका मनोबल बढेगा । शत्रु पक्ष परास्त होंगे । लेकिन सावधानी फिर भी रखनी पडेगी । कोई भी व्यापारिक नया काम आज न शुरू करें तो सही है । आज स्थिति अधिक आपका साथ देगी है। कार्यक्षेत्र में सावधानी बरतना आवश्यक है। नौकरी पेशा व्यक्ति अपने काम को बखूबी अंजाम दे पाएंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
तुला: आज आध्यात्मिक कार्यो में रूचि और बढेगी । आप अधिकतर समय धार्मिक तथा सामाजिक संबंधी सहयोगात्मक कार्य में व्यतीत होगा। गुप्त विद्याओं के प्रति भी आपका विशेष रुझान हो रहा है। इस समय आपके व्यक्तित्व के उत्थान संबंधी कुछ नए मार्ग साफ होने जा रहे हैं। सबका साथ मिलेगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।
वृश्चिक: आज आप अधिकतर समय व्यस्त रहने मे व्यतीत होगा। अपने कुछ नजदीकी और विश्वसनीय मित्रों के साथ अपने कामकाज संबंधी विचार-विमर्श अवश्य करें। आपको बेहतरीन मार्गदर्शन प्राप्त होगा। तथा लाभदायक अनुबंध भी मिलने के योग हैं। परंतु इस बात का ध्यान भी अवश्य रखें कि आपकी रूचि धर्म कर्म में कम न हो । स्वास्थ्य बेहतर होगा।
धनु:आज किस्मत आपके साथ है । व्यवसायिक विकास के लिए किसी प्रभावशाली व्यक्ति का साथ तथा आपके राजनीतिक संपर्क बहुत अधिक लाभदायक साबित होने वाले हैं। सरकारी सेवारत व्यक्तियों को अपने किसी लक्ष्य को पूरा करने से प्रमोशन वगैराह भी मिल सकता है। विद्यार्थियों का मन विद्या ग्रहण करने में लगेगा। स्वास्थ्य लाभ होगा।
मकर:आज मन की सुने और खुश रहें । अपने कार्यों से संबंधित नीतियों पर दोबारा विचार करके उनमें और अधिक सुधार लाने की कोशिश करें सफलता आपका इंतजार कर रही है । आपको सकारात्मक परिणाम अवश्य हासिल होंगे। विद्यार्थियों का अपनी शिक्षा के प्रति पूर्ण रूप से ध्यान केंद्रित रखना उन्हें कोई उपलब्धि भी हासिल करवा सकता है। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
कुंभ:आप आपकी सकारात्मक सोच आपको ऊँचाइयों तक ले जाएगी ।
अपना पूर्ण ध्यान अपने कार्यस्थल पर केंद्रित रखें तथा दूसरों की सलाह की अपेक्षा अपने विचारों को ही प्राथमिकता दें क्योंकि ऐसा करने से वहाँ भी सफल आप ही होंगे। पारिवारिक वातावरण सहयोगात्मक रहेगा । स्वास्थ्य सही रहेगा।
मीन: आज आप शान्तिपूर्ण तरिके से समय बिता पाएंगे । कोई भी काम करने से पहले उसके सभी पहलुओं पर अच्छी तरह सोच-विचार अवश्य करें। इससे परिस्थितियां पूर्णता आपके पक्ष में हो जाएगी। काफी समय से चल रही किसी काम में रुकावट भी आज दूर होगी। कुल मिलाकर शांति और सुकून भरा दिन व्यतीत होगा। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ ll 🌞
🌤️ दिनांक – 01 अक्टूबर 2022
🌤️ दिन – शनिवार
🌤️ विक्रम संवत – 2079
🌤️ शक संवत -1944
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – अश्विन
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – षष्ठी रात्रि 08:46 तक तत्पश्चात सप्तमी
🌤️ नक्षत्र – जेष्ठा 02 अक्टूबर रात्रि 03:11 तक तत्पश्चात मूल
🌤️ योग – आयुष्मान शाम 07:59 तक तत्पश्चात सौभाग्य
🌤️ राहुकाल – सुबह 09:29 से सुबह 10:59 तक
🌞 सूर्योदय – 05:20
🌦️ सूर्यास्त – 05:55
👉 दिशाशूल – पूर्व दिशा में
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
🔥 *विशेष – षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌷 घातक रोगों से मुक्ति पाने का उपाय 🌷
👉🏻 02 अक्टूबर 2022 रविवार को (सूर्योदय से शाम 06:48 तक) रविवारी सप्तमी है।
🙏🏻 रविवार सप्तमी के दिन बिना नमक का भोजन करें। बड़ दादा के १०८ फेरे लें । सूर्य भगवान का पूजन करें, अर्घ्य दें व भोग दिखाएँ, दान करें । तिल के तेल का दिया सूर्य भगवान को दिखाएँ ये मंत्र बोलें :-
🌷 “जपा कुसुम संकाशं काश्य पेयम महा द्युतिम । तमो अरिम सर्व पापघ्नं प्रणतोस्मी दिवाकर ।।”
💥 नोट : घर में कोई बीमार रहता हो या घातक बीमारी हो तो परिवार का सदस्य ये विधि करें तो बीमारी दूर होगी ।
🌷 मंत्र जप एवं शुभ संकल्प हेतु विशेष तिथि
🙏🏻 सोमवती अमावस्या, रविवारी सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी, बुधवारी अष्टमी – ये चार तिथियाँ सूर्यग्रहण के बराबर कही गयी हैं।
🌷 इनमें किया गया जप-ध्यान, स्नान , दान व श्राद्ध अक्षय होता है।
🙏🏻 (शिव पुराण, विद्येश्वर संहिताः अध्याया (10)
🌷 रविवार सप्तमी 🌷
🙏🏻 रविवार सप्तमी के दिन जप/ध्यान करने का वैसा ही हजारों गुना फल होता है जैसा की सूर्य/चन्द्र ग्रहण में जप/ध्यान करने से होता |
🙏🏻 रविवार सप्तमी के दिन अगर कोई नमक मिर्च बिना का भोजन करे और सूर्य भगवान की पूजा करे , तो उसकी घातक बीमारियाँ दूर हो सकती हैं , अगर बीमार व्यक्ति न कर सकता हो तो कोई और बीमार व्यक्ति के लिए यह व्रत करे | इस दिन सूर्यदेव का पूजन करना चाहिये |
🌞 सूर्य भगवान पूजन विधि 🌞
🙏🏻 १) सूर्य भगवान को तिल के तेल का दिया जला कर दिखाएँ , आरती करें |
🙏🏻 २) जल में थोड़े चावल ,शक्कर , गुड , लाल फूल या लाल कुम कुम मिला कर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें |
🌞 सूर्य भगवान अर्घ्य मंत्र 🌞
🌷 1. ॐ मित्राय नमः।
🌷 2. ॐ रवये नमः।
🌷 3. ॐ सूर्याय नमः।
🌷 4. ॐ भानवे नमः।
🌷 5. ॐ खगाय नमः।
🌷 6. ॐ पूष्णे नमः।
🌷 7. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।
🌷 8. ॐ मरीचये नमः।
🌷 9. ॐ आदित्याय नमः।
🌷 10. ॐ सवित्रे नमः।
🌷 11. ॐ अर्काय नमः।
🌷 12. ॐ भास्कराय नमः।
🌷 13. ॐ श्रीसवितृ-सूर्यनारायणाय नमः।
🌷 शारदीय नवरात्रि 🌷
🙏🏻 नवरात्रि की सप्तमी तिथि यानी सातवें दिन माता दुर्गा को गुड़ का भोग लगाएं ।इससे हर मनोकामना पूरी हो सकती है।
🌷 शारदीय नवरात्रि 🌷
🙏🏻 शत्रुओं का नाश करती हैं मां कालरात्रि
महाशक्ति मां दुर्गा का सातवां स्वरूप हैं कालरात्रि। मां कालरात्रि काल का नाश करने वाली हैं, इसी वजह से इन्हें कालरात्रि कहा जाता है। मां कालरात्रि की आराधना के समय भक्त को अपने मन को भानु चक्र जो ललाट अर्थात सिर के मध्य स्थित करना चाहिए। इस आराधना के फलस्वरूप भानु चक्र की शक्तियां जागृत होती हैं। मां कालरात्रि की भक्ति से हमारे मन का हर प्रकार का भय नष्ट होता है। जीवन की हर समस्या को पल भर में हल करने की शक्ति प्राप्त होती है। शत्रुओं का नाश करने वाली मां कालरात्रि अपने भक्तों को हर परिस्थिति में विजय दिलाती हैं ।
🌞 *~ पंचांग ~* 🌞
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