22 अप्रैल शनिवार का राशिफलल एवम पंचांग
मेष:आज आपका दिन सामान्य रहेगा । पूर्व नियोजित यात्रा को टालना पड़ सकता है। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। आज आपको अपने खर्च पर संतुलन बनाना होगा, आय की तुलना में खर्च अधिक हो सकता है, तनाव और उलझन की स्थिति मत बनने दें । घर गृहस्थी के उपयोग की कोई प्रिय वस्तु खरीदी जा सकती है । नींद भरपूर आएगी। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
वृषभ 🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी , वु , वे, वो)
मनोरंजन के साधन बनेंगे ।आज किस्मत का साथ मिलेगा। मेहनत के अनुपात में दोगुना लाभ प्राप्त कर सकेंगे। अपना व्यवहार सहयोगात्मक रखें, इससे लोगों से भी सहयोग प्राप्त कर सकेंगे। आज कार्यक्षेत्र में अधिकारी से या व्यवसाय क्षेत्र में व्यापारी से अनबन हो सकती है। अनजान से व्यवहार न करें।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज कार्य की व्यस्तता रहेगी, धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी और नई तकनीक की जानकारी के प्रति आपका रुझान बढ़ेगा। कुल मिलाकर आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। आय-व्यय की स्थिति भी संतुलित रहेगी। नौकरी पेशा वर्ग को उन्नति मिल सकती है। संतुष्ट रहें।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। सावधानीपूर्वक एवं सोच-विचार करके ही काम करें, लाभ मिलेगा। आज अपने अधूरे कार्यों को पूरा करने का प्रयास करें, सफलता मिलेगी। जीवनसाथी एवं व्यापार में साझीदारों का सहयोग मिलेगा। मनोरंजन के भरपूर योग हैं। स्वास्थ्य लाम मिलेगा।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
साझेदारी में किया व्यापार फायदा पहुंचाएगा। आज का दिन लाभकारक रहेगा। जीवनसाथी का सहयोग करने में सफलता मिलेगी। अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखकर कोई भी निर्णय लें, भावुकता में लिए गए निर्णय से नुकसान की संभावना है। मनोरंजन के लिए भी समय निकालें। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आपके विरोधी परास्त होंगे। प्रिय व्यक्ति से मुलाकात एवं उनकी उपस्थिति आपको प्रसन्न रखेगी। कारोबार में लाभ की स्थिति रहेगी। कहीं से पैसा लेना हो तो आज प्रयास कीजिए। सफलता मिलेगी। नए प्रोजेक्ट पर भी कुछ काम शुरू हो सकता है।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आपकी योग्यता और कार्यक्षमता की तारीफ होगी। आपके सहकर्मी आपसे सीख लेंगे, परिवार मे रिश्तेदारों का आना-जाना लगा रहेगा। आज का दिन महत्वाकांक्षी प्रकृति वालों के लिए शुभ फलदायक रहेगा। जीवनसाथी का सहयोग व सान्निध्य मिलेगा।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
बीते दिनों की बेचैनी आज शांत हो जाएगी, मन में आंतरिक शांति का अनुभव होगा, अतिरिक्त आय के नए साधन नजर आएंगे। आज आपका आधा दिन परोपकार करने में बीतेगा। दूसरों की सहायता करने से आत्मसंतुष्टि प्राप्त होगी।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
खुशी बरकरार रहे इसके लिए सावधान होकर कोई भी काम करें। किसी से वाद-विवाद में न पड़ें, आज क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखना आवश्यक है। जीवनसाथी एवं व्यापार में साझीदारों का सहयोग मिलेगा। आपके खर्चे कम हो जाने से आपकी अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी। अच्छे वाहन का सुख प्राप्त होगा।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
धार्मिक कार्यो का अवसर प्राप्त होगा । नवीन कार्य के सिलसिले में यात्रा कर सकते हैं। आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी। पराक्रम एवं आत्मविश्वास में वृद्धि का योग है। घर में पत्नी या किसी संतान की अचानक तबीयत खराब होने से टेंशन हो सकती है।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
रोजगार के योग बनेंगे। आज ग्रहों की चाल से आपको लाभ का मौका मिल रहा है। दिन की शुरुआत धन लाभ से होगी, बड़ी मात्रा में रुपया हाथ में आने से संतोष होगा। आज आप चिंतामुक्त होकर कार्यक्षेत्र में सक्रिय रहेंगे। पारिवारिक जीवन में सुख और संतोष बना रहेगा। मन में आंतरिक शांति का अनुभव होगा। जीवनसाथी एवं व्यापार में साझीदारों का सहयोग मिलेगा।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
मन उपलब्धि पाकर खुश महसूस करेगा ।लंबे समय से चली आ रही उलझन से छुटकारा मिलेगा। आलस्य छोड़कर कार्य में जुटे रहें, अनावश्यक खर्च से बचें। आर्थिक मसलों में सोच-समझ कर किए गए निवेश अत्यधिक फायदा दे सकते हैं। नौकरी और व्यवसाय में स्थिति आपके अनुकूल रहेगी।
🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ll🌞
🌤️ दिनांक – 22 अप्रैल 2023
🌤️ दिन -शनिवार
🌤️ विक्रम संवत – 2080
🌤️ शक संवत -1945
🌤️ अयन – उत्तरायण
🌤️ ऋतु – ग्रीष्म ॠतु
🌤️ मास – वैशाख
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – द्वितीया सुबह 07:49 तक तत्पश्चात तृतीया
🌤️ नक्षत्र – कृत्तिका रात्रि 11:24 तक तत्पश्चात रोहिणी
🌤️योग – आयुष्मान सुबह 09:26 तक तत्पश्चात सौभाग्य
🌤️ राहुकाल- सुबह 09:26 से सुबह 11:02 तक
🌞 सूर्योदय-05:31
🌤️ सूर्यास्त- 06:19
👉 दिशाशूल- पूर्व दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण – अक्षय तृतीया (पूरा दिन शुभ मुहूर्त),आखा तीज त्रेता युगादि तिथि
🔥 विशेष – द्वितीया को बृहती (छोटा बैगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
💥 ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।’ (ब्रह्म पुराण’)
💥 शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय।’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण’)
💥 हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)
ससुराल मे कोई तकलीफ है तो अक्षय तृतीया पर करे यह प्रयोग | पुराणो के अनुसार इस तरह पाए अक्षय पुण्य फल ⤵️
🌷 भविष्यपुराण, ब्राह्मपर्व, अध्याय 21 🌷
➡️ 22 अप्रैल 2023 शनिवार को अक्षय तृतीया है ।
🙏🏻 वैशाखे मासि राजेन्द्र तृतीया चन्दनस्य च ।वारिणा तुष्यते वेधा मोदकैर्भीम एव हि । ।दानात्तु चन्दनस्येह कञ्जजो नात्र संशयः । । यात्वेषा कुरुशार्दूल वैशाखे मासि वै तिथिः ।तृतीया साऽक्षया लोके गीर्वाणैरभिनन्दिता । । आगतेयं महाबाहो भूरि चन्द्रं वसुव्रता ।कलधौतं तथान्नं च घृतं चापि विशेषतः । ।यद्यद्दत्तं त्वक्षयं स्यात्तेनेयमक्षया स्मृता । । यत्किञ्चिद्दीयते दानं स्वल्पं वा यदि वा बहु ।तत्सर्वमक्षयं स्याद्वै तेनेयमक्षया स्मृता । ।योऽस्यां ददाति करकन्वारिबीजसमन्वितान् ।स याति पुरुषो वीर लोकं वै हेममालिनः । ।इत्येषा कथिता वीर तृतीया तिथिरुत्तमा ।यामुपोष्य नरो राजन्नृद्धिं वृद्धिं श्रियं भजेत् । ।
🙏🏻 अर्थ : वैशाख मास की तृतीया को चन्दनमिश्रित जल तथा मोदक के दान से ब्रह्मा तथा सभी देवता प्रसन्न होते हैं | देवताओं ने वैशाख मास की तृतीया को अक्षय तृतीया कहा है | इस दिन अन्न-वस्त्र-भोजन-सुवर्ण और जल आदि का दान करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है | इसी तृतीया के दिन जो कुछ भी दान किया जाता है वह अक्षय हो जाता है और दान देनेवाला सूर्यलोक को प्राप्त करता है | इस तिथि को जो उपवास करता है वह ऋद्धि-वृद्धि और श्री से सम्पन्न हो जाता है |
🌷 ससुराल मे कोई तकलीफ 🌷
👩🏻 किसी सुहागन बहन को ससुराल में कोई तकलीफ हो तो शुक्ल पक्ष की तृतीया को उपवास रखें …उपवास माने एक बार बिना नमक का भोजन कर के उपवास रखें..भोजन में दाल चावल सब्जी रोटी नहीं खाए, दूध रोटी खा लें..शुक्ल पक्ष की तृतीया को..अमावस्या से पूनम तक की शुक्ल पक्ष में जो तृतीया आती है उसको ऐसा उपवास रखें …नमक बिना का भोजन(दूध रोटी) , एक बार खाए बस……अगर किसी बहन से वो भी नहीं हो सकता पूरे साल का तो केवल
🙏🏻 माघ महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया,
🙏🏻 वैशाख शुक्ल तृतीया (यानी 22 अप्रैल 2023 शनिवार को) और
🙏🏻 भाद्रपद मास की शुक्ल तृतीया
जरुर ऐसे ३ तृतीया का उपवास जरुर करें …नमक बिना का भोजन करें ….जरुर लाभ होगा…
🙏🏻 ..ऐसा व्रत वशिष्ठ जी की पत्नी अरुंधती ने किया था…. ऐसा आहार नमक बिना का भोजन…. वशिष्ठ और अरुंधती का वैवाहिक जीवन इतना सुंदर था कि आज भी सप्त ऋषियों में से वशिष्ठ जी का तारा होता है , उनके साथ अरुंधती का तारा होता है…आज भी आकाश में रात को हम उन का दर्शन करते हैं …
🙏🏻 .शास्त्रों के अनुसार शादी होती तो उनका दर्शन करते हैं ….. जो जानकार पंडित होता है वो बोलता है…शादी के समय वर-वधु को अरुंधती का तारा दिखाया जाता है और प्रार्थना करते हैं कि , “जैसा वशिष्ठ जी और अरुंधती का साथ रहा ऐसा हम दोनों पति पत्नी का साथ रहेगा..” ऐसा नियम है….
🙏🏻 चन्द्रमा की पत्नी ने इस व्रत के द्वारा चन्द्रमा की यानी २७ पत्नियों में से प्रधान हुई….चन्द्रमा की पत्नी ने तृतीया के व्रत के द्वारा ही वो स्थान प्राप्त किया था…तो अगर किसी सुहागन बहन को कोई तकलीफ है तो ये व्रत करें ….उस दिन गाय को चंदन से तिलक करें … कुम-कुम का तिलक ख़ुद को भी करें उत्तर दिशा में मुख करके …. उस दिन गाय को भी रोटी गुड़ खिलाये॥