चुनावी हार देख कर बौखला कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अब हिंसा की भाषा पर उतर आए हैं: प्रतुल शाहदेव
रांची:भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने मुख्यमंत्री हेमंत के सोरेन के द्वारा गढ़वा के बंशीधर नगर में नामांकन में समय की गई जनसभा में विपक्षियों के सर फोड़ देने के बयान पर कड़ी आपत्ति की है। प्रतुल ने कहा झारखंड मुक्ति मोर्चा पूरे तरीके से निराश और कुंठा के दौर से गुजर रही है। अब तो मुख्यमंत्री ने सारी राजनीतिक मर्यादाएं तोड़ते हुए सीधे तौर पर विपक्षियों के खिलाफ सर फोड़ने तक का आह्वान कर दिया है। प्रतुल ने कहा लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं होता ।लेकिन जब एक प्रमुख संवैधानिक पद पर बना व्यक्ति विरोधियों के सिर फोड़ने की बात करें तो स्पष्ट हो जाता है कि वह अपने निश्चित हार को देख होश खो बैठे हैं। प्रतुल ने कहा इससे पूर्व भी मुख्यमंत्री झारखंड के ग्रामीणों को गैर कानूनी रूप से आह्वान कर चुके थे कि कुछ चुनिंदा सामाजिक संस्थाओं के लोग अगर गांव में प्रवेश करते हैं,तो उनको प्रवेश नहीं करने दे। लाठी डंडे से खदेड़ दे।जब राज्य का मुखिया ऐसी भाषा का प्रयोग करें तो फिर कानून का राज कहां रह जाता है?
प्रतुल शाहदेव ने कहा इसके पूर्व झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह उठाया। चुनाव आयोग ने स्पष्ट करते हुए कहा सिर्फ तीन प्रतिशत बूथों में 4:00 बजे शाम तक वोटिंग होगी ।जबकि झामुम हजारों बूथों पर ऐसा होने का आरोप लगा रही थी।प्रतुल ने कहा कि चुनाव की तिथियां को लेकर भी झामुमो आयोग पर आरोप लगाते रही।अब ईवीएम पर भी प्रश्न कर रहे हैं ।तो यह सारे क्रमवार घटनाओं से स्पष्ट हो गया है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा समझ गई है कि प्रदेश की जनता झारखंड के इतिहास की सबसे भ्रष्ट सरकार को विदा करने वाली है। इसलिए वह परेशान और निराशा से ऐसे बयान दे रही है