झारखंड में वक्फ कानून को ऑफिशियली रिजेक्ट करने की मांग को लेकर पूर्व विधायक प्रत्याशी महताब आलम ने राज्यपाल को दिया ज्ञापन
झारखंड मुक्ति मोर्चा पर कसा तंज,कहा-राज्यसभा में दो दो सांसद होते हुए भी कुछ नहीं किया
रांची: भारत सरकार द्वारा संसद में पारित वक्फ अधिनियम कानून 2025 को रद्द करने और झारखंड में लागू नहीं करने की मांग को लेकर मंगलवार को एआईएमआईएम नेता सह पूर्व विधायक प्रत्याशी महताब आलम ने राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन सौंपने के बाद मीडिया से बात करते हुए जनाब महताब आलम ने कहा कि वक्फ अधिनियम कानून झारखंड सरकार के द्वारा ऑफिशियल रिजेक्ट किया जाय।
इस मांग को लेकर हमलोगों ने राज्यपाल को ज्ञापन दिया है। राज्यपाल से हमलोगों को बहुत उम्मीद है कि इसपर काम होगा और हमलोगों की भावनाओं को राष्ट्रपति तक पहुंचाया जाएगा।
जनाब महताब आलम ने झारखंड मुक्ति मोर्चा पर भी तंज कसते हुए कहा कि गठबंधन की सरकार बने पांच महीने हो गए और इस सरकार को बनाने में मुस्लिमों ने अहम योगदान दिया था। इसके बाद भी वक्फ कानून को राज्य में झामुमो की सरकार ने ऑफिशियली रिजेक्ट नहीं किया है। जबकि तेलंगाना,कर्नाटक जैसे राज्यों ने इस बिल को रद्द करने को लेकर ऑफिशियल लेटर जारी कर दिया है।
उन्होंने कहा कि बहुत अफसोस की बात है कि राज्यसभा में झामुमो के दोनों सांसद शिबू सोरेन और महुआ माजी ने इस बिल के खिलाफ कुछ भी नहीं किया। इससे यह प्रतीत होता है कि झामुमो वक्फ बिल का अंदर ही अंदर समर्थन कर रही है। किसी भी हालात में यह काला कानून देश को मंजूर नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार वक्फ कानून के जरिए बड़ी संख्या में जमीन घोटाला करेगी। इतना बड़ा भूमि घोटाला होगा जो आजतक नहीं हुआ है। इसलिए इस कानून का वापस होना जरूरी है।।उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में यह मामला दायर किया गया है। हमलोगों को पूरी उम्मीद है कि पांच अगस्त को सुप्रीम कोर्ट इस काले कानून के खिलाफ फैसला सुनाएगी।
पूर्व विधायक महताब आलम ने पहलगाम में आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा किया है। साथ ही यह भी कहा कि पहलगाम आतंकी घटना होने पर विदेश दौरे पर गए पीएम मोदी फौरन स्वदेश लौट गए यह बहुत अच्छी बात है। लेकिन पीएम को जाना चाहिए पहलगाम तो चले गए बिहार,यह राजनीति नहीं तो क्या है।
उन्होंने कहा कि पहलगाम में 26लोगों की हत्या हुई। ये लोग राजनीति के शिकार हुए हैं। भाजपा को इसपर राजनीति नहीं करना चाहिए। राजनीति लोगों का भला करने उसकी जान बचाने के लिए करना चाहिए न की किसी को बलि का बकरा बनाना चाहिए।
जनाब अलम ने कहा कि जैसे पुलवामा हमले में आरडीएक्स कहां से आया था उसका आजतक पता नहीं चला है। उसी तरह पहलगाम में आतंकी घटना में भी आतंकी कहां से आए थे,किसने भेजा,यह भी पता नहीं चल पाएगा।

