भोजपुर के किसानों ने लगाया महापंचायत,करेगें वोट का बहिष्कार
अनूप कुमार सिंह
भोजपुर(आरा) कोईलवर राजवाहा के सभी नहरों में प्रथम प्राथमिकता के आधार पर अंतिम छोर तक सिंचाई सुनिश्चित कराने को लेकर किसानों द्वारा किसान महापंचायत लगाया गया। जिसकी अध्यक्षता राजकिशोर पाण्डेय व संचालन किसान नेता सह समाजिक कार्यकर्ता भोला शरण सिंह ने किया।गौरतलब हो कि भोजपुर जिले के सन्देश प्रखण्ड में लगातार पानी के अभाव में किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई है।इसी मामले को लेकर संदेश प्रखंड के सभी इलाकों में किसानों का आक्रोश परवान पर है। किसान जिल्लत और जलालत की जिन्दगी जीने को विवश हो गए हैं।महापंचायत में कोईलवर राजवाहा के सभी नहरों की बदहाल स्थिति के बारे में चर्चा किया गया। किसानों ने बताया कि कोईलवर राजवाहा नहर की स्थिति विगत दो दशकों से काफी जर्जर हो चुका है। इस नहर को जबसे फर्जी कृषक समिति के हवाले किया गया है। तब से लेकर अब तक इस नहर के क्षेत्रीय किसानों का जीना मुश्किल हो गया है। लगातार कई वर्षों से भीषण अकाल व सुखा का सामना किसानों को करना पड़ रहा है। महापंचायत में नहर की बदहाली के साथ ही आरा के सांसद सह केन्द्रीय उर्जा मंत्री आर के सिंह पर किसानों की अनदेखी करने पर सवाल उठाया गया। किसानों ने बताया कि 2014 से लेकर दस वर्षों तक लगातार उन्हें नहर की समस्याओं पर बार बार आवेदन प्रतिवेदन दिया गया।वहीं मौखिक रूप से कई बार चर्चा की गई। उनके द्वारा भरोसा दिलाया गया।लेकिन हमारे प्रतिनिधि वोट लेकर किसानों को भुल गए। किसानों की समस्याओं पर थोड़ा सा भी ध्यान नहीं दिया गया। जिससे क्षेत्रीय किसानों को बार बार अकाल एवं सुखाड़ का दंश झेलना पड़ा। सांसद के दस वर्षों के कार्यकाल में अधिकांश वर्ष में किसानों को सिंचाई के अभाव में अकाल का सामना करना पड़ा। लेकिन एक बार भी सांसद द्वारा किसानों के प्रति कोई संवेदना तक नहीं दिखाया गया। बैठक में किसानों द्वारा एकजुटता दिखाते हुए संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया गया। किसान नेता भोला शरण सिंह ने बताया कि विगत वर्ष 2023 में इन्हीं समस्याओं को लेकर किसानों द्वारा बागा पुल पर 21 जूलाई से 23 जूलाई तक अनिश्चितकालीन अनशन व सड़क जाम किया गया था। तब पदाधिकारीयों द्वारा आनन फानन में फर्जी कृषक समिति को अस्थाई रूप से हटाया गया था। साथ ही कोईलवर राजवाहा नहर की पुनर्स्थापना कार्य कराने का आश्वासन दिया गया था। जिसके बाद किसानों की मांगों को देखते हुए 30 नवंबर को जल संसाधन विभाग से कोईलवर राजवाहा नहर की पुनर्स्थापना कार्य के लिए 20 करोड़ रुपए आवंटित किया गया था। लेकिन कृषि कार्य का समय शुरू होने वाला है।परंतु विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है। साथ ही किसान महापंचायत में उपस्थित सभी किसानों द्वारा एक स्वर में बोला गया की जब तक किसानों की मांग पर गंभीरता पूर्वक विचार करके स्थाई समाधान नहीं निकाला जाता है तब तक क्षेत्रीय किसानों द्वारा चुनावी कार्यक्रम का बहिष्कार रहेगा। कोई भी किसान चुनावी रैली, भीड़ का हिस्सा नहीं बनेंगे। समस्याओं पर विषेश चर्चा के लिए आगामी 24 मई को पुनः फुलाडी गांव में किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। बैठक में अगिआंव एवं संदेश प्रखंड के करीब दो दर्जन गांवों के सैंकड़ों किसान शामिल हुए। जिसमें मुख्य रूप से किसान नेता सह समाजिक कार्यकर्ता चंदेश्वर सिंह,अरुण कुमार सिंह, बबन सिंह, जितेन्द्र सिंह, विपिन विश्वास, शंभूनाथ सिंह, गुड्डू राय, बृजभूषण राय,जयशंकर कुशवाहा, देवरतन सिंह, संजीत सिंह, बिजूल कुमार पाठक, टींकू कुमार मिश्रा, बिमलेश पाठक, छोटू मिश्रा,बदरी सिंह , अमलैन सिंह, संजय सिंह, गोरख राम, गोपाल चंद्रवंशी सहित सैकड़ों किसान शामिल हुए।