डीसी शशिरंजन ने ग्रामीणों के साथ श्रमदान कर मुरहू में बोरीबांध का किया निर्माण
खूंटी : जिले में जनशक्ति से जलशक्ति अभियान के तहत जल संरक्षण के उद्देश्य से बोरीबांध बनाए जा रहे हैं, वहां के किसानों को जिला प्रशासन वन एचपी का स्मार्ट पंपसेट मुहैया कराएगी, जिससे किसान खेती कर अपनी आमदनी बढ़ा सकें। यह बातें उपायुक्त शशि रंजन ने कोड़ाकेल के इंदिरा कॉलनी में बोरीबांध में ग्रामीणों के संग मदईत (श्रमदान) करने के दौरान कही। इंदिरा कॉलनी के लोगों ने मुरहू नाला पर तीन सिरियल बांध बनाया है। तीसरा बोरीबांध गुरुवार को बनाया गया। जिसमें ग्रामीणों के साथ उपायुक्त सहित जिले के वरीय पदाधिकारीयों, एसडीएम, बीडीओ, आत्मा के उप परियोजना निदेशक, मुखिया मरियम होरो ने भी श्रमदान किया। मुरहू नाले पर महज तीन घंटे में तीसरा बोरीबांध बनकर तैयार हो गया। उपायुक्त द्वारा बोरीबांध निर्माण में मदईत करने से ग्रामीणों में जल संरक्षण को लेकर उत्साह का संचार हुआ।
मौके पर उपायुक्त ने कहा कि कोड़ाकेल पंचायत के ग्रामीणों ने जल संचयन के लिए अभी तक तीन सिरियल बोरीबांध बनाया है। इनके द्वारा दो और बोरीबांध बनाए जाएंगे। यह सराहनीय है। यहां जल संरक्षण के लिए किया गया सामुहिक प्रयास गेम चेंजर साबित होगा। उन्होंने कहा कि बोरीबांध से वाटरशशेड मुवमेंट तैयार हो रहा है। यहां कृषि गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है। जिला प्रशासन किसानों की मदद को तैयार है। उपायुक्त ने किसानों से बोरीबांध के पानी से स्ट्रोबेरी, तरबूज , फ्रूट समेत रबी फसल की खेती करने का आह्वान किया। उपायुक्त ने जिला प्रशासन के सहयोग से सेवा वेलफेयर सोसाईटी द्वारा बनाए जा रहे बोरीबांध की गति को और तेज करने का निर्देश दिया।
सेवा वेलफेयर सोसाईटी के देवा हस्सा ने कहा कि इस वर्ष100 बोरीबांध पूरे जिले में बनाने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक विभिन्न प्रखंडों में 10 बोरीबांध बनाए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि कर्रा और अड़की के गांवों से भी बोरीबांध बनाने का प्रस्ताव आ गया है।
सेवा वेलफेयर सोसाईटी के देवा हस्सा, सुशील सोय, जेएसएलपीएस के रवि नाग, वार्डसदस्य सोनी कुमारी, सुशील सोय, श्रवण कुमार, जागरण नायक, विजय नायक, भोला नायक, संदेशा प्रधान, चरकू प्रधान समेत महिला मंडल की दीदियों और ग्रामीणों ने श्रमदान किया।
*मुरहू के कोड़ाकेल पंचायत सचिवालय का निरीक्षण गुरुवार को
उपायुक्त द्वारा किया गया।* इस दौरान पंचायत सचिवालय में मुख्यमंत्री सूखा राहत योजना के तहत ई-केवाईसी कराने वाले उपस्थित थे। उपायुक्त ने पंचायत सचिवालय में काम कर रहे प्रज्ञा केंद्र संचालकों के सिस्टम की जांच की और किसानों से बातचीत की। उपायुक्त ने कहा कि किसानों के ई-केवाईसी का आज अंतिम दिन नहीं बल्कि यह अभी लगातार चलता रहेगा। बता दें कि जिले में लगभग 65 हजार किसान हैं और 35 हजार के आसपास किसानों ने ही ई-केवाईसी कराया है।
उपायुक्त ने पूरे पंचायत सचिवालय में घुमकर वहां के कार्यकलापों का जायजा लिया।
मुखिया मरियम होरो ने उपायुक्त को बताया कि कोड़ाकेल का पंचायत सचिवालय में सभी काम किए जाते हैं। अब पंचायत के लोगों को किसी भी काम के लिए प्रखंड कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं होती है। पंचायत सचिवालय नियमित रूप से पूर्वाह्न 10 से शाम के पांच बजे तक खुलता है।
मुरहू के कसतूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं को अब खेल का मैदान उपलब्ध होगा। गुरुवार को कस्तूरबा गांधी विद्यालय के निरीक्षण के क्रम में डीसी शशि रंजन ने यह बातें कही। निरीक्षण के क्रम में क्लास रूम में जाकर डीसी ने बच्चियों से बातचीत की। जिसके बाद रसोई में जाकर वहां पक रहे दाल-सब्जी को देखा। विद्यालय की प्राचार्या ने डीसी से विद्यालय के अंदर के पक्के पथ को पीसीसी कराने और एक हाई मास्ट लाईट लगवाने की मांग की। डीसी ने इस संबंध में संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दे दिया है।