सरना धर्म कोड मांग को लेकर बैठक,दिल्ली में धरना प्रदर्शन करने का निर्णय
रांची: केन्द्रीय सरना संघर्ष समिति के तत्वावधान में सरना धर्म कोड मांग को लेकर दिल्ली में धरना प्रदर्शन करने को लेकर प्रधान कार्यालय डेम पार्क कांके रोड रांची में बैठक आहूत किया गया, बैठक का अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष शिवा कच्छप एवं संचालन महादेव उरांव ने किया ।
केन्द्रीय सरना संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा कि सरना धर्म कोड की मांग को खारिज करना और इसे राजनीति की संज्ञा देना सही नहीं है,हम विरोध के बजाये आदिवासीयों के लिए अलग धर्म कोड नाम पर आदिवासीयों के लिए अलग धार्मिक मान्यता के प्रयास का स्वागत करते है , क्योंकि हम सबका लक्ष्य एक है , सरना से आदिवासी पूजा स्थल का बोध होता है , तो उसके नाम पर धर्म के नाम से क्या गलत है , हमें बेहिचक स्वीकारना चाहिए कि आंकड़ों में और प्रचार में सरना धर्म कोड के नाम पर वृहद झारखंड क्षेत्र में और अन्य राज्य के आदिवासीयों के बीच सर्वाधिक सहमति है , वर्ष 2023 जनगणना का वर्ष है , इसलिए यदि हम निर्णायक जनांदोलन खडा नहीं करेंगे तो कोई भी नाम सिर्फ हमे आत्मासंतुष्ट ही दे सकता है, सरकारी मान्यता नही, इसिलिए केन्द्रीय सरना संघर्ष समिति, राष्ट्रीय आदिवासी समाज सरना धर्म रक्षा अभियान के सहयोग से भारत सरकार को विचार और फैसला के लिए मजबूर करने के लिए 11नवम्बर 2022 को संविधान क्लब दिल्ली में प्रतिनिधि सभा और 12-11-2022 को जंतर मंतर दिल्ली में महाधरना दिया जायेगा , इसका तैयारी जोरों से चल रही है, अगर केंद्र सरकार जल्द फैसला नही लेती है और वार्ता का दरवाजा नही खोलती है तो वृहद जनजागरण अभियान चलायेगे ।
इस बैठक में मुख्य रूप से महादेव उरांव, मंगल उरांव, संगीता गाड़ी, सती तिर्की, कुईली उरांव, अनिता उरांव, मीणा देवी, बसंती कुजूर, भानू उरांव , मनोज उरांव, गुड्डू उरांव, कुलदीप उरांव, बितो तिर्की, अनिमा खड़िया, अन्नु मुंडा, शोमा तिर्की, सिटीयो उरांव इत्यादि