एरेंडा में पांच दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण का डीडीसी और एसडीएम ने लिया जायजा
खूंटी: कृषि पशुपालन एवम सहकारिता विभाग के उद्यान निदेशालय द्वारा स्थानीय एरेंडा में पांच दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण कार्यक्रम का बुधवार को उप विकास आयुक्त नीतीश कुमार सिंह और एसडीएम ने जायजा लिया।
यह प्रशिक्षण एपीपी एग्रीगेट मशरूम उत्पादन केंद्र खूंटी द्वारा दिया जा रहा है। इस मौके पर कार्यक्रम में आए डीडीसी और एसडीएम का एपीपी एग्रीगेट के प्रबंधक प्रभाकर कुमार ने बुके देकर स्वागत किया।
वहीं डीडीसी ने प्रशिक्षण ले रही महिलाओं को मशरूम उत्पादन के बारे में पूछा। उपस्थित महिला ने प्रशिक्षण में मिली जानकारी को बताया। साथ ही कहा कि पहले हम लोग हड़िया दारू बेचते थे।
लेकिन अब मशरूम का उत्पादन और आत्मनिर्भर बनेंगे। हड़िया दारू में समाज के लोग खराब नजरिए से देखते थे।लेकिन मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण लेकर अब मशरूम का ही उत्पादन करेंगे। महिलाओं ने मशरूम का बैग भी तैयार किया। इस प्रशिक्षण में महिलाओं में काफी उत्साह दिखा। महिलाओं ने कहा अब हड़िया दारू ने मशरूम का उत्पादन करेंगे और आमदनी बढ़ाएंगे।
वहीं मीडिया से बात करते हुए डीडीसी ने कहा कि रूरबन मिशन के अंतर्गत मशरूम बीज बनाने का भी केंद्र खूंटी में स्थापित हो रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए राज्य सरकार कई तरह के कार्यक्रम चला रही है। उसमे बागवानी मिशन के द्वारा मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। प्रशिक्षण लेकर महिलाएं मशरूम का उत्पादन करेंगी। इससे उनकी आय में बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा इनलोगों के प्रॉडक्ट को मार्केट भी उपलब्ध कराएंगे। वहीं डीडीसी ने एपीपी एग्रीगेट द्वारा स्थापित डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूरबन बटन मशरूम बीज उत्पादन केंद्र का भी निरीक्षण किया।
वहीं एपीपी एग्रीगेट के प्रबंधक प्रभाकर कुमार ने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को मशरूम उत्पादन का पांच दिवसीय प्रशिक्षण यहां पर दिया जा रहा है। हम लोगों का प्रयास है की इस प्रशिक्षण शिविर से प्रशिक्षण लेकर महिलाएं अपने घर पर मशरूम का उत्पादन करे। यही नहीं इनलोगों से मशरूम भी हमारी कंपनी खरीद लेगी। मशरूम से बरी,अचार,पापड़ और बिस्कुट भी तैयार होता है।
इस अवसर पर प्रशिक्षक पूनम सांगा और गुड्डी देवी ने प्रशिक्षणार्थियों को मशरूम उत्पादन के बारीकियों से बताया। प्रशिक्षक ने कहा कि महिलाएं काफी उत्साहित है।