बेसहारा बच्चों को सरकारी योजनाओं से जोड़े :डीसीपीओ
गोला प्रखंड के सोसो खुर्द स्थित टोल प्लाजा के समीप अग्रगति कार्यालय में बाल विवाह, बाल मजदूरी एवं यौन शोषण पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन बुधवार को किया गया। यह आयोजन कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के सौजन्य से अग्रगति संस्था के द्वारा किया गया।
समापन सत्र में जिला बाल संरक्षण अधिकारी, रामगढ़ शांति बागे उपस्थित हुई। उन्होंने वहाँ उपस्थित सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाल विवाह, यौन शोषण एवं बाल श्रम के मुद्दे आज भी गाँव एवं शहरों में देखी जाती है। इसमें जागरूकता की घोर कमी है। बहुत सारे मामले उजागर भी नहीं हो पाते है। सरकार के द्वारा वर्तमान समय में बच्चों के लिए कई तरह की कल्याणकारी सरकारी योजनाएँ चलाई जा रही है। लेकिन इसमें भी जागरूकता की कमी है। जिनके परिजन बच्चों को पढ़ाने में सक्षम नहीं है या जिनका परिवार सुरक्षित नही है या जीविकोपार्जन के लिए उनके पास कोई साधन नही है, वैसे बच्चों को सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत करें । उनको स्पांसरशिप से जोड़े जाने का प्रवधान है। वहीं बाल विवाह के केस में बीडीओ, मुखिया, डीसीपीओ, थाना आदि से शिकायत किया जा सकता है। कानून में बाल विवाह पर ठोस प्रावधान रखा गया है। इस प्रकार की कुरितियों में शामिल सभी लोगों को जेल हो सकता है। यौन शोषण के मुद्दे पर ज्यादा से ज्यादा संपर्क करने पर मामला आ सकता है। इसमें ज्यादातर घर परिवार के लोग ही होते है। मौके पर बाल संरक्षण इकाई के रंजीत कुमार, अनिल महतो, दुखहरन महतो, प्रशिक्षक संजय कुमार, श्यामसुंदर महतो, बेलाल अंसारी, अंजनी कुमार, प्रकाश करमाली, अनिता देवी, रीमा देवी, प्रीति कुमारी, पूनम कुमारी, भगीरथ महतो, गुड्डू साव, कलावती देवी, गौतम शर्मा, संगीता कुमारी, सीमा कुमारी, जितेंद्र गोप, कविता देवी आदि शामिल थे।