बंधु तिर्की ने अपने बलबूते बेटी को जिताया चुनाव ,भाजपा को मुंह की खानी पड़ी
काम न आया बाबूलाल दीपक प्रकाश धर्मपाल रघुवर दास अर्जुन मुंडा और अन्नपूर्णा की रणनीति
रांची। मांडर उपचुनाव का परिणाम कई मायनों में अहम है इस चुनाव में भाजपा की रणनीति पूरी तरह से डामाडोल रही है खासकर बाबूलाल दीपक प्रकाश धर्मपाल रघुवर दास अन्नपूर्णा देवी और अर्जुन मुंडा की रणनीति भी काम नहीं आई बंधु तिर्की ने अपने बलबूते अपनी बेटी शिल्पी नेहा तिर्की को विजय दिलाई बंधु तिर्की की सदस्यता रद्द होने के बाद यह उपचुनाव हुआ था जैसे ही बंधु तिर्की की सदस्यता रद्द हुई बंधु तिर्की ने क्षेत्र में पूरी फील्डिंग सजा दी थी जिसका परिणाम यह हुआ कि भाजपा की रणनीति पूरी तरह से धाराशाई हो गई। इससे पहले हुए तीन उपचुनाव में भी बीजेपी की रणनीति काम नहीं आई दुमका बेरमो मधुपुर में भी बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी। सत्ता के गलियारों में चर्चा इस बात की भी तेज हो गई है कि बाबूलाल मरांडी को जिस उद्देश्य से पार्टी में शामिल किया गया था उसमें वे खरे नहीं उतर पाए। अब बात करें कांग्रेस की तो पार्टी की अब पांच महिला विधायक हो गई हैं।वर्तमान में दीपिका पांडेय सिंह, ममता देवी, पूर्णिमा नीरज सिंह और अंबा प्रसाद कांग्रेस से महिला विधायक है. अब कांग्रेस के कुल 18 विधायक हो गये हैं. वही गीता कोड़ा कांग्रेस से सांसद हैं। अब शिल्पी नेहा तिर्की सबसे कम उम्र की विधायक बन गयी है. उनकी उम्र 29 साल है। जबकि इससे पहले बड़कागांव से कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद सबसे कम उम्र की विधायक थी. 2019 के चुनाव के समय अंबा प्रसाद की उम्र 31 साल थी.