झारखंड में सभी सीटों पर एनडीए की जीत के लिए भाजपा का हाईटेक प्लान,पीएम मोदी की पूरी कैबिनेट का लगातार हो रहा दौरा

गणादेश व्यूरो,रांची :झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही गठबंधन की सरकार को हटाने और विधानसभा चुनाव में एनडीए प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित कराने के लिए भारतीय जनता पार्टी हाईटेक प्लान के तहत अपना कदम आगे बढ़ा रही है। इसी कड़ी में भाजपा ने सबसे पहले झामुमो को कोलहान में कमजोर करने के लिए पूर्व सीएम चंपाई सोरेन को अपने पाले में किया और उसके बाद संथाल में लॉबिन हेम्ब्रम को पार्टी में शामिल कराया। इससे बीजेपी कोलहान के साथ साथ संथाल में भी मजबूत हुई है। इसका दूसरा पड़ाव पीएम मोदी का कोलहान में कार्यक्रम कराना, यह भी प्लान का हिस्सा है। चुकी विधानसभा चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है। इसलिए भाजपा अपनी तैयारी में अन्य दलों से एक कदम आगे चल रही है। प्लान टू के तहत केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का संथाल दौरा है। साहेबगंज के भोगनाडीह से  वे परिवर्तन यात्रा की शुरुआत करेंगे। उसके बाद यूपी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, ओड़िशा के सीएम मोहन मांझी, छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत कई नेता परिवर्तन रैली के बहाने हेमंत सोरेन को घेरने झारखंड आयेंगे. वहीं असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा सरमा और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान तो हर दूसरे दिन झारखंड पहुंच रहे हैं.

पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी कोल्हान और संथाल में पूरी तरह से पिछड़ गई थी. 14 सीटों वाले कोल्हान में जहां भगवा पार्टी एक सीट के लिए तरस गई थी, वहीं 18 सीटों वाले संथाल में सिर्फ चार सीटें ही हासिल कर पाई थी. यही वजह है कि इस बार पार्टी इन दो प्रमंडल में पूरा दमखम लगा रही है. लैंड स्कैम मामले में हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद बीजेपी को लगा था कि झामुमो का आदिवासी वोटबैंक टूट जाएगा, लेकिन हुआ उल्टा. जेल से बाहर आने के बाद हेमंत सोरेन की आदिवासी समुदाय के बीच लोकप्रियता और बढ़ गई. उन्हें आदिवासियों के मिल रहे सहानुभूति को देखकर बीजेपी टेंशन में है. इसी टेंशन के बीच बीजेपी ने आदिवासी वोटरों को अपने पाले में करने के लिए राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठ और डेमोग्राफी चेंज का मुद्दा जोरशोर से उठा दिया है. प्रदेश में आने वाले बीजेपी के सभी केंद्रीय नेता इस मुद्दे को भुनाने के लिए पूरी जी-जान लगाए हुए हैं। बीजेपी नेताओं की हर रैली और सभा में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा उठाया जा रहा है।

भाजपा के प्लान को ध्वस्त करने के लिए झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना, अबुआ आवास, सर्वजन पेंशन योजना सहित कई स्कीम को धरातल पर उतार कर भाजपा के सामने समस्या खड़ी कर दी है। वैसे चुनाव में अभी समय है। लेकिन भाजपा के जम्बोजेट सेना के सामने हेमंत की सेना फिलहाल भारी दिख रही है।      

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