बड़ी खबरः केंद्रीय जल आयोग के निर्देश बंद करें पश्चिम बंगाल को मैथन व पंचेत डैम पानी देना
धनबादः झारखंड के धनबाद में स्थित मैथन और पंचेत डैम से पश्चिम बंगाल को पानी देने पर रोक लगा दी है। केंद्रीय जल आयोग के निर्देश पर दामोदर वैली रिजर्वायर रेगुलेटरी कमीशन ने यह रोक लगाई है। इस रोक के बाद पश्चिम बंगाल को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलेगा। इसकी वजह यह बताई जा रही है झारखंड में मॉनसून रूठा हुआ है। डैमों का जलस्तर भी घट गया है। इस कारण यह फैसला लिया गया है। इससे पहले पश्चिम बंगाल सरकार के आग्रह पर दामोदर वैली रिजर्वायर रेगुलेटरी कमीशन ने 22 जुलाई से 30 जुलाई तक मैथन डैम से 70 हजार एकड़ फीट पानी छोड़ने का निर्णय लिया था,। लेकिन पंचेत डैम का जलस्तर 393.79 फीट दर्ज किया गया, जो डेड लेबल 392 फीट से मात्र 1.79 फीट ऊपर है। इसके बाद पानी देने पर रोक लगा दी गई। पानी छोड़े जाने से आगे होने वाले परेशानी को देखते हुए डीवीआरआरसी के उप निदेशक एनएन शंकर ने पत्र जारी कर अगले आदेश तक बंगाल को सिंचाई के लिए मैथन व पंचेत डैम से पानी छोड़ने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। उन्होंने इसकी जानकारी बंगाल सरकार के साथ एडीएम आसनसोल एवं दुर्गापुर को भी दे दी है। हालांकि, आवश्यक कार्यों के लिए मैथन डैम से 1000 एकड़ फीट पानी छोड़ा जा रहा है। मैथन का जलस्तर फिलहाल 545 फीट है। यहां का डेड लेबल 454 फीट है। जो डेड लेबल से एक फीट ऊपर पानी है। केंद्रीय जल आयोग के पदाधिकारी निशांत कुमार ने बताया कि बारिश नहीं होने के कारण मैथन व पंचेत डैम के जलस्तर में वृद्धि नहीं हो रहा हो रहा है । अगर इन दोनों डैमों का जलस्तर गिरता रहा तो इसका असर धनबाद जलापूर्ति योजना पर भी पड़ सकता था। इससे धनबाद और इसके आसपास के इलाके के लोगों को पीने के पानी की समस्या हो सकती थी।