अदभूत संयोगः हरतालिका तीज के साथ महिलाएं करेंगी चौथ चंद्र पूजा

रांचीः : पति की लंबी आयु के लिए सुहागिन महिलाएं मंगलवार को हरतालिका तीज व्रत का अनुष्ठान करेंगी। भाद्रपद शुक्ल तृतीया तिथि के दिन हस्त नक्षत्र के उदया तिथि में तीज की पूजा होगी। इस दिन तृतीया तिथि दोपहर 2.40 बजे तक है। ऐसे में चौथ चंद्र की पूजा भी 30 अगस्त की शाम में की जाएगी। सुहागिन अपने पति की लंबी आयु व सुख-समृद्धि की कामना को लेकर निर्जला व्रत रखेंगी। शिव के समान सुयोग्य पति की कामना के लिए कुंवारी कन्याएं भी इस व्रत को विधि विधान से करेंगी।
मिट्टी से भगवान शिव-पार्वती की प्रतिमा बनाकर पूरे विधि-विधान के साथ महिलाएं व्रत करेंगी। भाद्रपद शुक्ल तृतीया को हस्त नक्षत्र शुभ योग के साथ रवि योग व सिद्ध योग के युग्म संयोग में हरतालिका तीज व्रत मनाया जाएगा। व्रती शिव-पार्वती की पूजा कर अखंड सौभाग्य, सुख-समृद्धि, निरोग काया, पति की चिरायु, सर्व मनोकामना पूर्ति के लिए व्रत करेंगी। तीज व्रत के दिन महिलाएं सुहागिन ब्राह्मण महिलाओं को अन्न, वस्त्र, ऋतुफल का दान कर पुण्य प्राप्त करेंगी। वहीं, मिथिलांचल के प्रसिद्ध त्योहार चौथचंद्र व्रत भी 30 अगस्त दिन मंगलवार की शाम में चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रती पूजा अर्चना करेंगी। मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा के दर्शन से अपयश व कलंक का दोष लगता है। इसी दिन भगवान गणेश ने चंद्रमा को श्रापमुक्त करके शीतलता एवं सौंदर्य का वरदान दिए थे।
पूजन का शुभ मुहूर्त

चर योग: प्रातः 08:40 से 10:15 बजे तक 
लाभ योग: सुबह 10:15 से 11:50 बजे तक 
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:25 से 12:15 बजे तक 
अमृत योग: दोपहर 11:50 से 01:25 बजे तक 
शुभ योग: दोपहर  02:59 से शाम 04:35 बजे तक
प्रदोष काल : शाम 05:24 से 06:55  बजे तक 
रात्रि चौघड़िया मुहूर्त: रात्रि 07:35 से 09:00 बजे तक

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