शिक्षा के साथ साथ खेलों का होना आवश्यक : बैद्यनाथ राम

गणादेश ब्यूरो,रांची: मोरहाबादी स्थित मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम में आयोजित राज्यस्तरीय नेहरू कप हॉकी प्रतियोगिता का शनिवार को समापन हो गया।

समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य के शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम उपस्थित हुए। मंत्री के अलावा राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी धीरसेन सोरेंग, हॉकी झारखण्ड के महासचिव भोलानाथ सिंह, पूर्व हॉकी ओलिंपियन सह हॉकी प्रशिक्षक मनोहर टोपनो, मेजर ध्यानचंद पुरस्कार से सम्मानित हॉकी प्रशिक्षिका सुश्री सुमराई टेटे, पूर्व अंतराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी सह प्रशिक्षक बीरेंद्र लकड़ा, हॉकी झारखण्ड के महासचिव विजय कुमार सिंह, हॉकी झारखंड के सीईओ रजनीश कुमार शामिल हुए।
मौके पर स्कूली शिक्षा एवम साक्षरता मंत्री बैद्यनाथ राम ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि

इस प्रतियोगिता में जितनी भी टीम यहां शामिल हुई हैं, सभी बधाई के पात्र हैं। बिजयी टीम को बधाई देता हूं। इसका मतलब यह कभी नहीं होता है कि शेष तीनों का महत्व नहीं है।
कभी भी खिलाड़ी को अपने आप में पराजित महसूस नहीं समझना चाहिए। खेल में यह बिल्कुल सत्य है कि मैदान में दो टीमें आती है उसमे से एक हारता है और एक जीतता है। लेकिन यह क्रम हमेशा बदलता रहता है। इसलिए आवश्यक है कि विजयी टीमों में अहंकार नहीं होना चाहिए और पराजित टीम को हताश नहीं होना चाहिए। निरंतर प्रयास जारी रखना चाहिए।आपका प्रयास आपको ऊंचाइयों तक के जा सकता है। इसलिए आप अपने परफॉर्मेंस को लगातार सुधार लाने के लिए प्रयास करें। हमारे जो कोचेज हैं वह इस बात का हमेशा ध्यान रखे कि टीम के खिलाड़ियों को सही गाइडलाइन प्रदान करें। आज खेलों का काफी महत्व बढ़ा है। उन्होंने कहा कि झारखंड में हॉकी के लिए अच्छे अच्छे खिलाड़ी हैं।
उन्होंने कहा कि झारखंड अलग राज्य गठन के बाद पहले खेल मंत्री के रूप में मुझे काम करने का मौका मिला है। मैंने महसूस किया था कि झारखंड में हॉकी के लिए अच्छे खिलाड़ी हैं।एक समय था जब भारत की टीम में झारखंड के आठ खिलाड़ी हुआ करते थे। वह स्थिति फिर से बने और इंडिया टीम में हमारे अधिकांश खिलाड़ी जाए, इस बात की कोशिश फिर से करना चाहिए। ऐसे आयोजन से खिलाड़ियों का भरोसा बढ़ता है,उन्हें बहुत कुछ देखने और खिखने का मौका मिलता है।
उन्होंने कहा कि खेल में हमेशा टीम भावना होना चाहिए। कोई भी अकेला खिलाड़ी अपनी टीम को जीत नहीं दिला सकता है। खिलाड़ी को आपस में बेहतर तालमेल बनना चाहिए। जिस टीम में आपस में तालमेल बेहतर होता है उस टीम की निश्चित रूप से जीत होती है।
खेल निरंतर अभ्यास की चीज है। पहले की दिनों की धरना खत्म हो चुकी है। आज खेल में बेहतर परफॉर्मेंस वाले खिलाड़ी बहुत अच्छा सम्मान पाते हैं। खेलों के बल पर कई लोगों ने अपनी मंजिल हासिल की है। उन्हें सरकारी नौकरी मिली है।
मंत्री ने कहा कि पहले लोग कहते थे,पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब और खेलोगे कूदोगे तो होगो खराब। लेकिन अब धरना बदल गई है। बेहतर खिलाड़ी को कई अच्छी अच्छी नौकरियां मिली है।
आज खेल के माध्यम से अपने कैरियर का निर्माण किया जा सकता है। झारखंड सरकार खिलाड़ियों को प्रोत्साहन दे रही।है। खेलों के माध्यम से सब कुछ पाया जा सकता है।
अंडर 17 बालिका वर्ग हॉकी मुक़ाबले में मुख्यमंत्री उत्कृष्ट बालिका विद्यालय, सिमडेगा की टीम ने बरियातू बालिका मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, बरियातू, रांची की टीम को 2-0 से पराजित कर चैंपियन का खिताब अपने नाम कर लिया। मुक़ाबले के बाद सिमडेगा की रीना कुल्लू को फाइनल मैन ऑफ़ द मैच का पुरस्कार मिला। हजारीबाग के तेलानी नाग को बेस्ट गोलकीपर का पुरस्कार दिया गया। खूंटी की मंजू को बेस्ट स्कोरर का पुरस्कार दिया गया।
अंडर 17 बालक वर्ग हॉकी मुक़ाबले में लक्ष्मी नारायण प्लस टू हाई स्कूल, मुरहू, खूंटी की टीम ने निर्मला हाई स्कूल खालिजोर, सिमडेगा की टीम को 4-1 के अंतर से पराजित कर चैंपियन का खिताब अपने नाम कर लिया। मुक़ाबले के बाद खूंटी के सचिन भेंगरा को फाइनल मैन ऑफ़ द मैच का पुरस्कार मिला। गुमला के अरुण उरांव को बेस्ट गोलकीपर का पुरस्कार दिया गया। खूंटी के अनूप तिर्की को मैन ऑफ़ द सीरीज का पुरस्कार मिला। खूंटी के ही सचिन भेंगरा को बेस्ट स्कोरर का पुरस्कार दिया गया।
अंडर 15 बालक वर्ग हॉकी मुक़ाबले में सत. मैरी हाई स्कूल, सैमटोली, सिमडेगा की टीम ने एसएस प्लस टू हाई स्कूल, ककरिया, रांची की टीम को 8-0 के बड़े अंतर से पराजित कर चैंपियन का खिताब अपने नाम कर लिया। मुक़ाबले के बाद रांची के सुमित उरांव को फाइनल मैन ऑफ़ द मैच का पुरस्कार मिला। सिमडेगा के इसमित डुंगडुंग को बेस्ट गोलकीपर का पुरस्कार दिया गया। खूंटी के इमानुएल को मैन ऑफ़ द सीरीज का पुरस्कार मिला। सिमडेगा के सुमराय सोरेंग को बेस्ट स्कोरर का पुरस्कार दिया गया।
राज्यस्तरीय नेहरू कप हॉकी प्रतियोगिता का रंगारंग समापन समारोह आयोजित किया गया। समारोह में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, कांके की छात्राओं द्वारा मनमोहक पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया गया। रांची के कलाकारों द्वारा नागपुरी लोकनृत्य एवं पारंपरिक वाद्ययंत्रों द्वारा प्रस्तुति दी गयी। स्वागत भाषण धीरसेन ए सोरेंग, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी एवं धन्यवाद् ज्ञापन जिला शिक्षा अधीक्षक बादल राज ने दिया।

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