वीर कुंवर सिंह का विजयोत्सव समारोह आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना

*केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया समारोह में शिरकत
*डेढ़ लाख लोगों ने विजयोत्सव समारोह में एक साथ अपने हाथों में राष्ट्र ध्वज फहराकर विश्व कृतिमान स्थापित किया।

मुकेश सिंह जैतेश
आरा/जगदीशपुर-:भारतीय इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज 23 अप्रैल वीर बांकुड़ा बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव के रूप में मनाया जाता है।23 अप्रैल 1958 को आजादी के क्रान्तिनायक बाबू कुंवर सिंह ने अंग्रेजों के पराधीनता से लड़ते हुए अपने गढ़ पर विजय पताका लहराया था।आजादी के 75 वें साल में राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने आजादी के परवानों के नाम आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत बाबू कुंवर सिंह के जन्मस्थली बिहार राज्य के भोजपुर जिलांतर्गत जगदीशपुर गढ़ में भव्य विजयोत्सव समारोह का आयोजन कर 1857 के क्रान्तिनायक बाबू कुंवर सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित किया।विजयोत्सव समारोह में केंद्र सरकार के गृहमंत्री अमित शाह ने सर्वप्रथम वीर बांकुड़ा के जन्मस्थान जगदीशपुर गढ़ में अवस्थित बाबू वीर कुंवर सिंह के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।इस अवसर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री राजकुमार सिंह,उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी के अलावा बिहार सरकार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह,स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय,सहित कई केंद्र व राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों,जनप्रतिनिधियों एवं गण्यमान्य लोगों के अलावा हजारों लोगों ने भी कुंवर सिंह के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें आदरांजलि अर्पित की।मुख्य समारोह स्थल पर विजयोत्सव समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रध्वज का झंडोत्तोलन कर 1857 के क्रान्तिनायकों सहित सभी शहीदों को आजादी के अमृत महोत्सव पर नमन कर याद किया।मुख्य समारोह स्थल पर डेढ़ लाख से अधिक लोगों ने राष्ट्रगान के बीच राष्ट्रीय ध्वज को फहराकर विश्व कृतिमान स्थापित कर विजयोत्सव को लिम्का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवाया।लगभग तीन लाख लोगो के बैठने की क्षमता वाले भव्य पंडाल में लाखों लोगों ने भारत माता की जय…वंदे मातरम…के गगन भेदी नारों के बीच वीर कुंवर सिंह अमर रहे…जब तक सूरज चाँद रहेगा,बाबू साहब का नाम रहेगा के नारों के बीच 1857 क्रान्तिनायक वीर बांकुड़ा बाबू वीर कुंवर सिंह को याद करते हुए आम जनमानस ने अपना श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के बीच राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से अहले सुबह से ही हजारों लोगों ने जगदीशपुर पहुंच कर विजयोत्सव समारोह में शिरकत कर अद्वितीय व अविस्मरणीय समारोह के साक्षी बन कर विश्व कृतिमान स्थापित किया।
उल्लेखनीय है कि आजादी के 75 साल पूरा होने को लेकर इस बार विजयोत्सव को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मनाया गया, जो देश के आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले महानायकों को निश्चित तौर पर सच्ची श्रद्धांजलि है।

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