झारखंड में 81 में से 44 विधायक हैं दागी, अब किसी बारी
रांचीः झारखंड में 81 में से 44 विधायकों के खिलाफ भ्रष्टाचार के अलावा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. अलग-अलग न्यायालयों में मामले चल रहे हैं, कभी-भी कोर्ट से फैसला आ सकता है. दो साल या उससे अधिक की सजा होने पर विधायकी जाना तय है. बंधु तिर्की के मामले में फैसला आने से कई विधायकों नींद उड़ गई है। सत्ता गलियारों में यह चर्चा का विषय़ भी बना हुआ है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व मंत्री सह विधायक भानु प्रताप शाही, विधायक कमलेश सिंह रांची सीबीआई कोर्ट में ट्रायल फेस कर रहे हैं. जिनके मामले अभियोजन गवाह के स्टेज पर चल रही है. वहीं रामगढ़ के गोला में हुए गोलीकांड के मामले में विधायक ममता देवी के खिलाफ आरोप गठित हो गया है. जिसकी सुनवाई हजारीबाग जिला कोर्ट में स्पीडी ट्रायल के माध्यम से होगी.साल 2019 के चुनाव के वक्त दिए गए शपथ पत्र पर गौर करें तो राज्य के 44 ऐसे विधायक हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. विधायक बंधु तिर्की से पहले आजसू विधायक कमल किशोर भगत( अब स्वर्गीय) , निर्दलीय विधायक एनोस एक्का, जेएमएम विधायक अमित महतो और योगेंद्र प्रसाद की सदस्यता जा चुकी है.