भाजपा और ईसीआई को झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बंटी और बबली की जोड़ी बताया
रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने भारत निर्वाचन आयोग और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला है। बुधवार को झामुमो कैम्प कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने चर्चित हिन्दी फिल्म बंटी और बबली का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस फिल्म में बंटी और बबली ने एक से बढ़कर एक करामात किये थे।
ताजमहल को भी बेच दिया था। उसी तरह आज के दौर में भारतीय जनता पार्टी और भारत निर्वाचन आयोग की जोड़ी बन गई है। वर्तमान समय में दोनों की जोड़ी बंटी और बबली की है। ये दोनों मिलकर लोकतंत्र को बेच रहे हैं। मैंने पहले भी आशंका जताया था कि ये बंटी बबली का खेल होना ही था और यह लोकसभा चुनाव में भी हुआ। यह हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी हुआ और झारखंड विधानसभा चुनाव में दोहराने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 43 और 38 का लिस्ट अपने देखा है। 43, 47 हो सकता था,लेकिन वह 43 क्यों रह गया,यही बंटी और बबली है। क्योंकि उस 43 में मांडू और रामगढ़ नहीं है और खिजरी और सिल्ली नहीं है।
उन्होंने चुनाव आयोग पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करते हुए कहा कि चुनाव आयोग के प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुशकान बात रहा था कि कोई बड़ा खेल होने जा रहा है। वह बड़ा खेल मांडू,रामगढ़,सिल्ली और खिजरी है। मांडू विधानसभा क्षेत्र दो जिले में बंटा हुआ है। रामगढ़ में भी है हजारीबाग में भी है। दोनों जगह अलग अलग तिथि में चुनाव है। वहीं प्रधानमंत्री दोनों एरिया में एक साथ चुनाव प्रचार कर वोटरों को प्रभावित करने का काम करेंगे।
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि एक जिला में दो दो दिन चुनाव की तिथि क्यों रखा गया है, यह खेल है. सिर्फ यही चार जिले में क्यों किया जा रहा है। यह कौन सा नया खेल है। आज भी हरियाणा का चुनाव परिणाम सवाल खड़ा हो रहा है। चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव परिणाम जैसा कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मीडिया को जानकारी होने से पहले x पर ट्वीट आ जाता है। सारा खेल अब दिन दयाल उपाध्याय नई दिल्ली से होता है,उसमे चाहे ईडी की कार्रवाई हो या चुनाव आयोग का कोई फैसला।
उन्होंने कहा कि झामुमो सभी चुनौती को स्वीकार करता है और इसका फैसला जनता पर छोड़ती है। चुनाव आयोग को इस तरह का भेदभाव नहीं करना चाहिए। सभी जिले में एकसाथ चुनाव कराया जाना चाहिए।