अनुसूचित जनजातीय समुदाय के विकास एवं कल्याण हेतु राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की हुई बैठक
लातेहार : राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य डॉ श्रीमती आशा लकड़ा की अध्यक्षता में बुधवार को समाहरणालय सभागार में जिले में अनुसूचित जनजाति वर्ग के कल्याण और विकास हेतु किए जा रहे कार्यों व संचालित योजनाओं की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
समीक्षा के क्रम में उन्होंने सभी विभागों में संचालित केन्द्र व राज्य प्रायोजित योजनाओं में झारखंड के अनुसूचित जनजातियों के उत्थान के लिए क्या प्रभावी कदम उठाए गए है तथा कितनी एसटी समुदाय के लोगो को लाभान्वित किये जाने के संबंध में अधिकारियों से चर्चा करते हुए जानकारी प्राप्त की।बैठक में सदस्य महोदया ने कहा कि अनुसूचित जनजातीय समुदाय के विकास एवं कल्याण हेतु राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग का गठन किया गया है। आयोग द्वारा विभिन्न राज्यों एवं जिलों में अनुसूचित जनजातीय समुदाय हेतु किये जा रहे कार्यो की समीक्षा की जा रही है। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग राज्य के सभी जिलों में भ्रमण कर आदिवासी उत्थान व उनके हितों की रक्षा के लिए तथा राज्य व केंद्र सरकार की समुचित योजनाओं का लाभ मिले इसी उद्देश्य के साथ आयोग कार्य करती है।
बैठक में सर्वप्रथम शिक्षा विभाग की समीक्षा के क्रम में शिक्षा व्यवस्था को और अधिक बेहतर करने के लिए पदाधिकारीयों को स्कूलों में जाकर सतत् मॉनिटरिंग करने हेतु निर्देशित किया गया साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता को और अधिक बेहतर करने के लिए संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। माननीय सदस्य ने विभिन्न विभागों की समीक्षा कर अनुसूचित जनजातीय वर्ग समुदाय के विभिन्न विभागों में रिक्त पदों, कौशल विकास, विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं, संबंल योजना, आवास योजना, जनजातीय ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, सड़क, बिजली एवं मूलभूत सुविधा सहित अन्य जानकारियाँ लेते हुए महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर आवश्यक जानकारी आयोग को प्रेषित करने के निर्देश दिया गया। जिले में जनजातीय समुदाय के विकास एवं कल्याण हेतु विशेष जोर दिया जाने की बात कही गई।
बैठक में उपायुक्त श्रीमती गरिमा सिंह, पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव, उप निदेशक पलामू व्याघ्र परियोजना दक्षिणी प्रमंडल ब्रजेश कांत जेना, अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्यगण, परियोजना निदेशक, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।