यूरिया की कालाबजारी करने वाले विक्रेताओं पर होगी सख्त कार्रवाई

अनूप कुमार सिंह
पटना।राजधानी पटना समेत पूरे जिले में यूरिया खाद की कालाबजारी करने वाले थोक विक्रेताओं की अब खैर नहीं!डीएम ने पूरी तरह पटना जिले में कालाबाजारी व धांधली करने वाले दुकानदारों पर जांच कर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।मंगलवार को पटना डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला कृषि टास्क फोर्स व आत्मा शासी परिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला में वर्षापात, फसल आच्छादन, उर्वरक की मांग व उपलब्धता, राजकीय नलकूपों की स्थिति, यांत्रीकरण, मत्स्य, पशुपालन, गव्य विकास, उद्यान, आत्मा, सांख्यिकी सहित सभी बिन्दुओं पर एक-एक कर विस्तृत समीक्षा की गई। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पटना जिला में वर्षापात व फसल आच्छादन दोनों की स्थिति संतोषजनक है। अगस्त माह में वर्षापात सामान्य से अधिक है। धान का आच्छादन भी शत-प्रतिशत होने को है। किसानों को कोई परेशानी न हो इसके लिए ज़िला प्रशासन प्रतिबद्ध है। ज़िले में माँग के अनुसार खाद की पर्याप्त उपलब्धता है। किसानों को पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि बरौनी प्लांट क्रियाशील रहने से यूरिया की कमी की संभावना एकदम नहीं है। जिलाधिकारी द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी को यूरिया की मांग व उपलब्धता पर लगातार नजर रखने का निर्देश दिया गया। टीम बनाकर एक सप्ताह में सभी 46 थोक बिक्रेताओं एवं एक माह में सभी 902 खुदरा बिक्रेताओं के स्टॉक, अनुज्ञप्ति की स्थिति एवं अन्य बिन्दुओं पर चेकलिस्ट के अनुसार सत्यापन कराने का सख्त निर्देश दिया गया। साथ ही यूरिया के टॉप-40 क्रेताओं की जाँच कराने का भी निर्देश दिया गया।
बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी, पटना द्वारा विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। सम्बद्ध विभागों यथा-सांख्यिकी, सिंचाई, नलकूप, पशुपालन, विद्युत इत्यादि के अद्यतन प्रतिवेदन की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी द्वारा बैठक में प्रगतिशील किसानों से भी फीडबैक लिया गया तथा पदाधिकारियों को सभी आवश्यक कार्य करने का निर्देश दिया गया।
जिला कृषि पदाधिकारी ने पटना जिला में खरीफ वर्ष 2024-25 में फसल आच्छादन का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। पटना जिला में वर्तमान समय तक धान आच्छादन के लक्ष्य 1,34,221.67 हेक्टेयर के विरूद्ध उपलब्धि 1,26,912.9 हेक्टेयर है जो लक्ष्य का 94.6 प्रतिशत है। खरीफ 2024-25 में मक्का के लक्ष्य 4,998.2 हेक्टेयर लक्ष्य के विरूद्ध 3,990 हेक्टेयर में मक्का की खेती हुई है जो लक्ष्य का 80 प्रतिशत है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि शत-प्रतिशत फसल आच्छादन के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जाएगा। जिला कृषि पदाधिकारी को क्षेत्रों का भ्रमण करने तथा पर्यवेक्षण करने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि जिला में उर्वरक की कोई कमी नहीं है। अगस्त माह की मांग के अनुसार यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति एवं उपलब्धता है। वर्तमान में 22,773.4 मे.टन यूरिया उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी किसान भवनों पर उर्वरक उपलब्धता की सूचना प्रदर्शित की जाए। ताकि किसान दिग्भ्रमित न हों। वित्तीय वर्ष 2024-25 में अभी तक उर्वरक से संबंधित 25 छापामारी की गई है। जिला में उर्वरक के 46 थोक बिक्रेता तथा 902 खुदरा बिक्रेता हैं। बीज बिक्रेताओं की संख्या 631 तथा कीटनाशी बिक्रेताओं की संख्या 386 है। उद्यान विभाग की योजनाओं का सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है। पशुपालन विभाग में 38 प्रकार की दवा पशु चिकित्सा हेतु उपलब्ध है। 91,856 पशुओं को चिकित्सा उपलब्ध करायी गई है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि किसानों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सभी संबंधित पदाधिकारी सजग, तत्पर तथा प्रतिबद्ध रहें।
आज की इस महत्वपूर्ण बैठक से जिला गव्य विकास पदाधिकारी, पटना एवं कार्यपालक अभियंता, सोन नहर प्रमंडल अनुपस्थित थे। जिलाधिकारी द्वारा दोनों पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण करते हुए उनका वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया गया।

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