झारखण्ड की शैक्षणिक स्थिति में गुणवत्तापूर्ण बदलाव सभी की जिम्मेदारी : शिल्पी नेहा तिर्की
रांची :.मांडर की विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा है कि झारखण्ड की आधारभूत स्थिति के साथ ही यहाँ के लोगों के जीवन में सच्ची ख़ुशी तभी आ सकती है जब प्रदेश की शैक्षणिक स्थिति में गुणवत्तापूर्ण बदलाव होगा. उन्होंने कहा कि यह किसी एक की नहीं बल्कि सभी की जिम्मेदारी है लेकिन इतना अवश्य है कि शिक्षकों विशेषकर सरकारी शिक्षकों की ज़वाबदेही कहीं ज़्यादा है.
आज सुबह अपने आवास पर आये शिक्षकों के एक दल से बातचीत के दौरान श्रीमती तिर्की ने कहा कि शैक्षणिक स्थिति में उन्नति का सीधा असर लोगों के जीवन स्तर के उन्नयन पर होगा.
ज्ञातव्य है कि पिछले 8 दिसम्बर 2023 को झारखण्ड मंत्रिमंडल की हुई बैठक में प्रदेश के 1353 माध्यमिक विद्यालयों को योजना मद से गैर योजना मद में करने का हेमंत सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लिया था. यह शिक्षकों की बहुप्रतीक्षित माँग थी और इसे श्रीमती तिर्की ने विधानसभा में उठाया था. तब सरकार की ओर से विधानसभा के पटल पर यह भरोसा दिलाया गया था कि वह इस माँग पर अविलम्ब कार्रवाई करेगी. श्रीमती तिर्की ने अपने स्तर से इस बात का पूरा प्रयास किया कि शिक्षकों की यह अपेक्षा जल्द-से-जल्द पूरी हो एवं इसके लिये उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं शिक्षा मंत्री से भी विचार करने की अपील की थी.
आज सुबह शिक्षकों के एक समूह ने श्रीमती तिर्की से उनके आवास पर मिलकर उनके सकारात्मक प्रयासों के लिये उन्हें धन्यवाद दिया और पुष्पगुच्छ भेंटकर और माला पहनाकर उन्हें सम्मानित किया. शिक्षकों ने कहा कि सरकार द्वारा माध्यमिक विद्यालयों के सृजित योजना मद के पदों को गैर योजना मद में परिवर्तन करने के तार्किक निर्णय से माध्यमिक विद्यालयों की शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार होगा.
आज शिल्पी नेहा तिर्की से मिलनेवाले शिक्षकों में सफदर ईमाम अध्यक्ष रांची जिला, मुकेश कुमार सचिव, रविंद्र सिंह महासचिव, कुर्बान अंसारी, महफिल अंसारी, यशवंत विजय, भावेश कुमार, अनिता कुमारी, अभिलाषा कुमारी, आबिद हसन, रजनी सेन, मोहन कुमार, आफताब आलम, जफर इमाम, सैयद अबरार हसन, आरिफ आलम, मोहम्मद अशरफ जावेद अहमद, श्रीमंत कुमार, सुनीता कुमारी, रश्मि सिंह, आलोक कुमारी, ड्यूल घोष, मोहम्मद तौहीद आलम, मोहम्मद मुख्तार आदि शामिल थे.