21 मार्च मंगलवार का राशिफल एवम पंचांग
मेष राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। कार्यक्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अनावश्यक खर्च बढऩे से चिंतित रहेंगे, जिससे क्रोध की अधिकता रहेगी। बिना सोचे किसी कार्य की शुरुआत न करें, अन्यथा नुकसान की संभावना रहेगी। सामाजिक और धार्मिक कार्यों के प्रति रुझान बढ़ेगा। क्रोध पर नियंत्रण एवं वाणी पर संयम रखें, अन्यथा किसी विवाद में फंस सकते हैं। परिवार का माहौल आनंदमय रहेगा और परिजनों का सहयोग मिलेगा। सेहत को लेकर सावधान रहें।
🪶 उपाय :- काली उड़द, काले तिल, और नारियल जल में बहाने से स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
🐂 वृषभ राशि :- आज का दिन आर्थिक दृष्टि से काफी अच्छा रहेगा। कारोबार में धनलाभ की स्थिति रहेगी। आय के स्रोत बढ़ाने के प्रयास सफल होंगे। कार्यक्षेत्र में काम की अधिकता रहेगी, लेकिन कड़ी मेहनत से कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। पुराने मित्रों से सुखद मिलन होगा। संतान के लिए कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना पड़ सकता है। परिवार के साथ कुछ अच्छे पलों का आनंद उठा सकते हैं। सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। दाम्पत्य जीवन सुखमय रहेगा। स्वास्थ्य भी आपके अनुकूल रहेगा।
🪶 उपाय :- अच्छे स्वास्थ्य के लिए हरी ज्वार का दान करें या गाय को खिलाएं।
👩❤️👨 मिथुन राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। व्यापार-धंधा अच्छा चलेगा और धनलाभ की स्थिति रहेगी, लेकिन अनावश्यक खर्च की भी अधिकता रहेगी। सहयोगी कार्य में व्यवधान उत्पन्न कर सकते हैं, इसलिए संभलकर रहने की आवश्यकता है। कार्यक्षेत्र में काम की अधिकता और भागदौड़ की स्थिति रहने से मानसिक एवं शारीरिक रूप से थकान का अनुभव कर सकते हैं। क्रोध पर नियंत्रण रखना होगा, वरना किसी से विवाद होने की संभावना रहेगी। सेहत सामान्य रहेगी।
🪶 उपाय :- धूप में रखी हुई नारंगी या गुलाबी रंग की कांच की बोतल के पानी का सेवन करने से नौकरी/बिज़नेस में लाभ मिलेगा।
🦀 कर्क राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। कारोबार अच्छा चलेगा और धनलाभ रहेगा। कठिन परिश्रम से सभी कार्य समय पर पूरे होंगे, लेकिन अनावश्यक खर्च बढऩे से आर्थिक स्थिति प्रतिकूल हो सकती है। लेन-देन में सावधानी बरतें। धर्म-कर्म के प्रति आस्था बढ़ेगी। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा, लेकिन दोस्तों से अनबन हो सकती है। परिवारजनों के साथ रिश्ते मजबूत होंगे। संवेदनशील मामलों में संभलकर चलने की आवश्यकता है। सेहत का ध्यान रखें।
🪶 उपाय :- नौकरी/बिज़नेस में उन्नति के लिए गुलाबी कांच की बोतल में पानी भर कर सूर्य की किरणों में रखें. फिर उस पानी को नहाने वाले पानी में मिलाकर स्नान करें।
🦁 सिंह राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। कार्यक्षेत्र में काम की अधिकता रहेगी, लेकिन कार्यों की सफलता से धनलाभ की स्थिति रहेगी। व्यापारिक यात्रा के योग रहेंगे, जो लाभदायक रहेगी। विद्यार्थियों को अधिक परिश्रम करना होगा। वाहन या किसी तरह की संपत्ति भी खरीदने में रुचि ले सकते हैं। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा और परिजनों का भरपूर सहयोग मिलेगा। दाम्पत्य जीवन खुशहाल रहेगा। नौकरी में स्थान बदल सकते हैं। खान-पान का ध्यान रखें।
🪶 उपाय :- हनुमान जी की नियमित पूजा करने से आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।
👰🏻♀ कन्या राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। कार्यक्षेत्र में छोटी-छोटी परेशानियां आ सकती हैं, लेकिन अपने प्रयासों और कड़ी मेहनत से कार्यों में सफल होंगे, जिससे मनोबल बढ़ेगा और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। जरूरी कार्य समय पर पूरे होंगे। सामाजिक कार्यों के प्रति रूझान बढ़ेगा। स्वास्थ्य की अनदेखी न करें। मित्रों से मुलाकात प्रसन्नता देगी। आपका पारिवारिक जीवन थोड़ा संघर्षमय रह सकता है। किसी धार्मिक स्थल की यात्रा पर जा निकल सकते हैं।
🪶 उपाय :- पीपल के वृक्ष की छाया में खड़े होकर लोहे के बर्तन में जल, चीनी, घी तथा दूध मिलाकर पीपल की जड़ में चढ़ाने से आर्थिक समृद्धि आएगी।
⚖️ तुला राशि :- आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। कार्यक्षेत्र में आकस्मिक धनलाभ की प्राप्ति हो सकती है। प्रॉपर्टी और शेयर बाजार में निवेश लाभदायक रहेगा। बुजुर्गों के आशीर्वाद से कार्यों में सफलता मिलेगी और सुख-समृद्धि में वृद्धि होगी। परिवार का माहौल आनंदमय रहेगा। काम की अधिकता से थकान का अनुभव कर सकते हैं। क्रोध पर नियंत्रण रखें। किसी मांगलिक आयोजन में शामिल हो सकते हैं। घर की सजावट के लिए नई वस्तुओं की खरीदारी कर सकते हैं।
🪶 उपाय :- अच्छी आर्थिक स्थिति के लिए घर के लॉकर चाँदी के साथ थोड़े बासमती चावल रखें।
🦂 वृश्चिक राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। व्यवसाय-धंधे में लाभ की स्थिति रहेगी। किसी नये कार्य की शुरुआत कर सकते हैं। बेरोजगारों को नौकरी के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। परिवार में मंगल कार्यों का आयोजन हो सकता है। वाहन या किसी तरह की संपत्ति भी खरीदने के योग बन रहे हैं। घरेलू जीवन में प्रतिकूलता का सामना करना पड़ सकता है। परिवार में किसी सदस्य से अनबन हो सकती है। संबंधों में मधुरता बनाए रखने के लिए संयम रखना आवश्यक है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
🪶 उपाय :- दूध से भरा बर्तन सिरहाने रखें और सुबह घर से बाहर किसी नज़दीक वृक्ष में डालने से हेल्थ अच्छी होगी।
🏹 धनु राशि :- आज का दिन मिला-जुला रहेगा। कारोबार में धन प्राप्ति के योग हैं। कार्यक्षेत्र में काम की अधिकता रहेगी और कुछ परेशानियां भी आ सकती हैं, लेकिन कठिन परिश्रम से कार्यों में सफलता मिल सकती है। परिवार के किसी उत्सव में खर्च की अधिकता रहेगी। परिवार में वाद-विवाद की स्थिति बन सकती है, इसलिए समझदारी का परिचय देते हुए परिवार समस्याओं को सुलझाने का प्रयास करें। जीवनसाथी का पूरा सहयोग रहेगा। सेहत का ध्यान रखें।
🪶 उपाय :- गंगाजल का सेवन करना हेल्थ के लिए शुभ होगा।
🐊 मकर राशि :- आज का दिन सामान्य रहेगा। कार्यक्षेत्र में दूसरों पर भरोसा न करें। अपनी मेहनत पर विश्वास करें और आगे बढ़ते रहें। अपने प्रयासों से कार्यों में सफलता मिलेगी। जीमन-जायदाद के सौदे करने से पहले बुजुर्गों की सलाह अवश्य लें। किसी नवीन कार्य की शुरुआत कर सकते हैं। धर्म-कर्म के प्रति आस्था बढ़ेगी। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा और दाम्पत्य जीवन खुशहाल रहेगा। मित्रों से संबंध काफी अच्छे रह सकते हैं। स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।
🪶 उपाय :- अच्छी आर्थिक स्थिति के लिए पत्नी का मान-सम्मान व आदर करें।
⚱️ कुम्भ राशि :- आज का दिन अच्छा रहेगा। आय के स्रोतों में वृद्धि में होगी, जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी। सकारात्मक सोच व आत्मविश्वास कार्यों में सफलता दिलाएगा। प्रॉपर्टी में निवेश से लाभ होगा। शेयर-सट्टे से दूर रहें। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा और परिजनों-मित्रों का भरपूर सहयोग मिलेगा, जिससे आपके अंदर एक नई ऊर्जा आएगी। सेहत का लेकर सावधानी बरतें। विद्यार्थियों को कठिन परिश्रम से अच्छा फल मिल सकता है।
🪶 उपाय :- केले के पेड की पूजा करने से प्रेम सम्बन्ध मजबूत बनते है।
🐬 मीन राशि : अपनी ख़ुशियों को दूसरों के साथ साझा करना आपकी सेहत को भी बेहतर करेगा. लेकिन ख़याल रखें कि इसे नज़रअंदाज़ करना बाद में भारी पड़ सकता है. आर्थिक पक्ष के मजबूत होने की पूरी संभावना है. अगर आपने किसी शख्स को पैसा उधार दिया था तो आज आपको वो पैसा वापस मिलने की उम्मीद है. आपकी परेशानी आपके लिए ख़ासी बड़ी हो सकती है, लेकिन आस-पास के लोग आपके दर्द को नहीं समझेंगे. शायद उन्हें लगता हो कि इससे उन्हें कोई लेना-देना नहीं है. अनपेक्षित रोमांटिक आकर्षण की संभावना है. बड़े उद्योगपतियों के साथ साझीदारी का व्यवसाय फ़ायदेमंद रहेगा. लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं आज आपको इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. बल्कि आज आप खाली समय में किसी से मिलना जुलना भी पसंद नहीं करेंगे और एकांत में आनंदित रहेंगे. यह दिन आपके जीवनसाथी के रूमानी पहलू को भरपूर तरीक़े से दिखाएगा।
🪶 *उपाय :- किसी भी बुजुर्ग व्यक्ति के सुबह उठते साथ ही पाँव छूने से पारिवारिक जीवन अच्छा होगा।
*🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ ll🌞*
🌤️ दिनांक – 21 मार्च 2023
🌤️ दिन – मंगलवार
🌤️ विक्रम संवत – 2079
🌤️ शक संवत -1944
🌤️ अयन – उत्तरायण
🌤️ ऋतु – वसंत ॠतु
🌤️ मास – चैत्र
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – अमावस्या रात्रि 10:52 तक तत्पश्चात प्रतिपदा
🌤️ नक्षत्र – पूर्व भाद्रपद शाम 05:26 तक तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद
🌤️योग – शुभ दोपहर 12:42 तत्पश्चात शुक्ल
🌤️ राहुकाल – शाम 03:48 से शाम 05:19 तक
🌞 सूर्योदय- 06:00
🌦️ सूर्यास्त – 05:48
👉 दिशाशूल – उत्तर दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण – चैत्र अमावस्या,दर्श अमावस्या
🔥 विशेष – अमावस्या और व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
🌷 नवरात्रि पूजन विधि 🌷
➡ 22 मार्च 2023 बुधवार से नवरात्रि प्रारंभ ।
🙏🏻 नवरात्रि के प्रत्येक दिन माँ भगवती के एक स्वरुप श्री शैलपुत्री, श्री ब्रह्मचारिणी, श्री चंद्रघंटा, श्री कुष्मांडा, श्री स्कंदमाता, श्री कात्यायनी, श्री कालरात्रि, श्री महागौरी, श्री सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। यह क्रम चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को प्रातःकाल शुरू होता है। प्रतिदिन जल्दी स्नान करके माँ भगवती का ध्यान तथा पूजन करना चाहिए। सर्वप्रथम कलश स्थापना की जाती है।
➡ कलश / घट स्थापना विधि
🌷 घट स्थापना शुभ मुहूर्त (सुरत – गुजरात) :
22 मार्च 2023 बुधवार को सुबह 06:41 से 07:55 तक
🙏🏻 देवी पुराण के अनुसार मां भगवती की पूजा-अर्चना करते समय सर्वप्रथम कलश / घट की स्थापना की जाती है। घट स्थापना करना अर्थात नवरात्रि की कालावधि में ब्रह्मांड में कार्यरत शक्ति तत्त्व का घट में आवाहन कर उसे कार्यरत करना । कार्यरत शक्ति तत्त्व के कारण वास्तु में विद्यमान कष्टदायक तरंगें समूल नष्ट हो जाती है। धर्मशास्त्रों के अनुसार कलश को सुख-समृद्धि, वैभव और मंगल कामनाओं का प्रतीक माना गया है। कलश के मुख में विष्णुजी का निवास, कंठ में रुद्र तथा मूल में ब्रह्मा स्थित हैं और कलश के मध्य में दैवीय मातृशक्तियां निवास करती हैं।
🌷 सामग्री:
👉🏻 जौ बोने के लिए मिट्टी का पात्र
👉🏻 जौ बोने के लिए शुद्ध साफ़ की हुई मिटटी
👉🏻 पात्र में बोने के लिए जौ
👉🏻 घट स्थापना के लिए मिट्टी का कलश (“हैमो वा राजतस्ताम्रो मृण्मयो वापि ह्यव्रणः” अर्थात ‘कलश’ सोने, चांदी, तांबे या मिट्टी का छेद रहित और सुदृढ़ उत्तम माना गया है । वह मङ्गलकार्योंमें मङ्गलकारी होता है )
👉🏻 कलश में भरने के लिए शुद्ध जल, गंगाजल
👉🏻 मौली
👉🏻 इत्र
👉🏻 साबुत सुपारी
👉🏻 दूर्वा
👉🏻 कलश में रखने के लिए कुछ सिक्के
👉🏻 पंचरत्न
👉🏻 अशोक या आम के 5 पत्ते
👉🏻 कलश ढकने के लिए ढक्कन
👉🏻 ढक्कन में रखने के लिए बिना टूटे चावल
👉🏻 पानी वाला नारियल
👉🏻 नारियल पर लपेटने के लिए लाल कपडा
👉🏻 फूल माला
🌷 विधि
🙏🏻 सबसे पहले जौ बोने के लिए मिट्टी का पात्र लें। इस पात्र में मिट्टी की एक परत बिछाएं। अब एक परत जौ की बिछाएं। इसके ऊपर फिर मिट्टी की एक परत बिछाएं। अब फिर एक परत जौ की बिछाएं। जौ के बीच चारों तरफ बिछाएं ताकि जौ कलश के नीचे न दबे। इसके ऊपर फिर मिट्टी की एक परत बिछाएं। अब कलश के कंठ पर मौली बाँध दें। कलश के ऊपर रोली से ॐ और स्वास्तिक लिखें। अब कलश में शुद्ध जल, गंगाजल कंठ तक भर दें। कलश में साबुत सुपारी, दूर्वा, फूल डालें। कलश में थोडा सा इत्र डाल दें। कलश में पंचरत्न डालें। कलश में कुछ सिक्के रख दें। कलश में अशोक या आम के पांच पत्ते रख दें। अब कलश का मुख ढक्कन से बंद कर दें। ढक्कन में चावल भर दें। श्रीमद्देवीभागवत पुराण के अनुसार “पञ्चपल्लवसंयुक्तं वेदमन्त्रैः सुसंस्कृतम्। सुतीर्थजलसम्पूर्णं हेमरत्नैः समन्वितम्॥” अर्थात कलश पंचपल्लवयुक्त, वैदिक मन्त्रों से भली भाँति संस्कृत, उत्तम तीर्थ के जल से पूर्ण और सुवर्ण तथा पंचरत्न मई होना चाहिए।
🙏🏻 नारियल पर लाल कपडा लपेट कर मौली लपेट दें। अब नारियल को कलश पर रखें। शास्त्रों में उल्लेख मिलता है: “अधोमुखं शत्रु विवर्धनाय,ऊर्ध्वस्य वस्त्रं बहुरोग वृध्यै। प्राचीमुखं वित विनाशनाय,तस्तमात् शुभं संमुख्यं नारीकेलं”। अर्थात् नारियल का मुख नीचे की तरफ रखने से शत्रु में वृद्धि होती है।नारियल का मुख ऊपर की तरफ रखने से रोग बढ़ते हैं, जबकि पूर्व की तरफ नारियल का मुख रखने से धन का विनाश होता है। इसलिए नारियल की स्थापना सदैव इस प्रकार करनी चाहिए कि उसका मुख साधक की तरफ रहे। ध्यान रहे कि नारियल का मुख उस सिरे पर होता है, जिस तरफ से वह पेड़ की टहनी से जुड़ा होता है।
🙏🏻 अब कलश को उठाकर जौ के पात्र में बीचो बीच रख दें। अब कलश में सभी देवी देवताओं का आवाहन करें। “हे सभी देवी देवता और माँ दुर्गा आप सभी नौ दिनों के लिए इसमें पधारें।” अब दीपक जलाकर कलश का पूजन करें। धूपबत्ती कलश को दिखाएं। कलश को माला अर्पित करें। कलश को फल मिठाई अर्पित करें। कलश को इत्र समर्पित करें।
🌷 कलश स्थापना के बाद माँ दुर्गा की चौकी स्थापित की जाती है।
🙏🏻 नवरात्रि के प्रथम दिन एक लकड़ी की चौकी की स्थापना करनी चाहिए। इसको गंगाजल से पवित्र करके इसके ऊपर सुन्दर लाल वस्त्र बिछाना चाहिए। इसको कलश के दायीं ओर रखना चाहिए। उसके बाद माँ भगवती की धातु की मूर्ति अथवा नवदुर्गा का फ्रेम किया हुआ फोटो स्थापित करना चाहिए। मूर्ति के अभाव में नवार्णमन्त्र युक्त यन्त्र को स्थापित करें। माँ दुर्गा को लाल चुनरी उड़ानी चाहिए। माँ दुर्गा से प्रार्थना करें “हे माँ दुर्गा आप नौ दिन के लिए इस चौकी में विराजिये।” उसके बाद सबसे पहले माँ को दीपक दिखाइए। उसके बाद धूप, फूलमाला, इत्र समर्पित करें। फल, मिठाई अर्पित करें।
🙏🏻 नवरात्रि में नौ दिन मां भगवती का व्रत रखने का तथा प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करने का विशेष महत्व है। हर एक मनोकामना पूरी हो जाती है। सभी कष्टों से छुटकारा दिलाता है।
🙏🏻 नवरात्रि के प्रथम दिन ही अखंड ज्योत जलाई जाती है जो नौ दिन तक जलती रहती है। दीपक के नीचे “चावल” रखने से माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है तथा “सप्तधान्य” रखने से सभी प्रकार के कष्ट दूर होते है
🙏🏻 माता की पूजा “लाल रंग के कम्बल” के आसन पर बैठकर करना उत्तम माना गया है
🙏🏻 नवरात्रि के प्रतिदिन माता रानी को फूलों का हार चढ़ाना चाहिए। प्रतिदिन घी का दीपक (माता के पूजन हेतु सोने, चाँदी, कांसे के दीपक का उपयोग उत्तम होता है) जलाकर माँ भगवती को मिष्ठान का भोग लगाना चाहिए। मान भगवती को इत्र/अत्तर विशेष प्रिय है।
🙏🏻 नवरात्रि के प्रतिदिन कंडे की धुनी जलाकर उसमें घी, हवन सामग्री, बताशा, लौंग का जोड़ा, पान, सुपारी, कर्पूर, गूगल, इलायची, किसमिस, कमलगट्टा जरूर अर्पित करना चाहिए।
🙏🏻 लक्ष्मी प्राप्ति के लिए नवरात्रि में पान और गुलाब की ७ पंखुरियां रखें तथा मां भगवती को अर्पित कर दें
🙏🏻 मां दुर्गा को प्रतिदिन विशेष भोग लगाया जाता है। किस दिन किस चीज़ का भोग लगाना है ये हम विस्तार में आगे बताएँगे।
🙏🏻 प्रतिदिन कन्याओं का विशेष पूजन किया जाता है। श्रीमद्देवीभागवत पुराण के अनुसार “एकैकां पूजयेत् कन्यामेकवृद्ध्या तथैव च। द्विगुणं त्रिगुणं वापि प्रत्येकं नवकन्तु वा॥” अर्थात नित्य ही एक कुमारी का पूजन करें अथवा प्रतिदिन एक-एक-कुमारी की संख्या के वृद्धिक्रम से पूजन करें अथवा प्रतिदिन दुगुने-तिगुने के वृद्धिक्रम से और या तो प्रत्येक दिन नौ कुमारी कन्याओं का पूजन करें।