झारखंड के 24 जिलों के हर पंचायत में खुलेगा डिजिटल पंचायत पाठशाला
रांची : डिजिटल शिक्षा अभियान को झारखंड के सभी 24 जिलों में एक मुहिम के तौर पर डिजिटल पंचायत पाठशाला सभी पंचायतों में खोले जाएंगे। रांची प्रेस क्लब में आयोजित एक कार्यशाला के दौरान बोलते हुए डिजिटल पंचायत पाठशाला के संस्थापक सौरभ कुमार ने कहा कि ग्रामीण भारत को डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़कर एक नई शिक्षा प्रणाली विकसित की जाएगी। जिसके तहत ग्रामीण नौजवानों को डिजिटल पंचायत पाठशाला में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, उसके सामाजिक सरोकार और हर सवालों का सटीक जवाब डिजिटल के प्लेटफार्म पर लगभग निशुल्क दी जाएगी। उन्होंने कहा कि झारखंड को हम पूरे देश का डिजिटल पंचायत पाठशाला के तौर पर एक मॉडल बनाने जा रहे हैं। आदिवासी समुदाय के समाज का डिजिटलीकरण करके एक नया आयाम स्थापित किया ही जाएगा साथ ही ग्रामीण तबकों के प्रतिभाओं की पहचान करके देश के स्तर पर ग्रामीण नौजवानों की प्रतिभा का सम्मान किया जाएगा। कार्यशाला में बोलते हुए श्रम एवं नियोजन विभाग के सहायक निदेशक निशी कांत मिश्रा ने कहा की यह मुहिम अपने आप में न सिर्फ नायाब है बल्कि ग्रामीण प्रतिभाओं को जिम्मेदारी के साथ डिजिटल माध्यमों से जोड़कर उनके समग्र विकास का यह पाठशाला नया रास्ता खोल सकता है। झारखंड सरकार पहले से ही इस तरह के योजनाओं पर काम कर रहे थे हम लोगों की भी मंशा है कि पंचायत स्तर पर डिजिटल पंचायत पाठशाला विकास का एक नया प्रतिमान गड़ सकता है।
कार्यशाला में बोलते हुए डिजिटल पंचायत पाठशाला के बिहार झारखंड के कोऑर्डिनेटर दिनेश्वर झा ने कहा इस मुहिम की पायलट प्रोजेक्ट सबसे पहले देश के 80 से अधिक नवोदय विद्यालय में किया गया जिसका परिणाम बहुत सकारात्मक रहा। फिर उसके बाद हम लोगों ने बिहार के 70 से अधिक पंचायतों में डिजिटल पंचायत पाठशाला को एक मुहिम के तौर पर डिजिटल आंदोलन के रूप में परिवर्तित किया। अब हम लोग झारखंड में डिजिटल पंचायत पाठशाला की शुरुआत करके एक नया रोल मॉडल बनाना चाहते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार तेज नारायण ने कहा कि डिजिटल पंचायत पाठशाला तकनीक को व्यवहार में लाने का ग्रामीण मुहिम है, ना सिर्फ मुहिम बल्कि शिक्षा के विस्तार का एक नया मॉडल भी है।
कार्यशाला का संचालन करते हुए वरिष्ठ पत्रकार संजय झा ने कहा कि झारखंड के 24 जिलों में डिजिटल पंचायत पाठशाला ग्रामीण प्रतिभाओं की तलाश के साथ-साथ उसे मजबूती देने का नया अभियान है। हम झारखंड सरकार से अपील करेंगे की डिजिटल पंचायत पाठशाला की अवधारणा को पंचायत स्तर पर ना सिर्फ पाठशाला बल्कि सूचना केंद्र के तौर पर स्थापित की जाए ताकि नौजवानों का ग्रामीण रोजगार का एक नया अवसर भी मिले।
इस मौके पर अमन कुमार, गौरव कुमार, नेशनल पीपुल्स पार्टी के उपाध्यक्ष पंकज सिंह, महासचिव अमर महतो सहित दर्जनों लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए और डिजिटल पंचायत पाठशाला को तेजी से बदलती दुनिया का एक नया पाठशाला बताया।
जानकारी के मुताबिक झारखंड के सभी 24 जिलों में चयन करके सबसे पहले मॉडल जिले की तलाश की जा रही है। ग्रामीण मंत्री आलमगीर आलम के विधानसभा क्षेत्र पाकुड़ से इस मुहिम की शुरुआत की जाने की बात कही गई है। इस अभियान को पंचायत स्तर तक ले जाने के लिए एक कोर कमेटी बनाई गई है जो सरकार और उनके अधिकारियों से संपर्क करके योजनाओं के बारे में जानकारी देकर एक संवाद स्थापित की जाए ताकि इस पूरे डिजिटल मुहिम में सरकार की भी भागीदारी सुनिश्चित हो सके।