झारखंड का होगा टीवीएनएल, 21 साल पुराना झारखंड बिहार के बीच का विवाद खत्म
रांची। तेनुघाट विद्युत निगम लिमिटेड अप पूरी तरह से झारखंड का होगा इसका स्वामित्व अब झारखंड सरकार को सौंप दिया जाएगा वही टीवीएनएल के विस्तारीकरण के तहत बनने वाली 660 मेगावाट की दो इकाइयों से उत्पादित बिजली का 40% हिस्सा बिहार को दिया जाएगा अगर या बिजली बिहार खरीदने से इंकार कर दे तो झारखंड सरकार या बिजली किसी दूसरे राज्यों को भी बेच सकेगी टीवीएनएल के विस्तारीकरण पर लगभग 3 साल पहले झारखंड सरकार ने कैबिनेट में स्वीकृति दे चुकी है इस बाबत 3 अगस्त को ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव अविनाश कुमार और बिहार के ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है इस समझौता पत्र में हस्ताक्षर के साथ झारखंड बिहार के बीच चला आ रहा 21 साल पुराना विवाद समाप्त हो गया है इस समझौता पत्र को सुप्रीम कोर्ट में शॉप पर बता दिया गया है कि आउट ऑफ कोर्ट सेटलमेंट हो गया है इसके साथ ही साल 2008 में दायर एसएलपी का भी निष्पादन हो गया है समझौता पत्र के तहत टीवीएनएल के पटना ऑफिस में मौजूद स्टेशनरी और फर्नीचर झारखंड को सौंप दिए जाएंगे बिजली लेने के लिए वर्तमान ट्रांसमिशन लाइन से अथवा दोनों राज्यों की सहमति से नई ट्रांसमिशन लाइन बनाई जाएगी बिहार द्वारा निर्धारित 40% बिजली नहीं लेने की स्थिति में झारखंड दूसरे राज्यों को बिजली बेचने के लिए स्वतंत्र होगा वर्तमान में चल रहे केस को उठाने के लिए बिहार भविष्य में फिर कभी टीवीएनएल के स्वामित्व पर दावा नहीं कर सकता टीवीएनएल का टैरिफ का निर्धारण रेगुलेटरी कमीशन द्वारा किया जाएगा टीवीएनएल के कुल निवेश कर्ज और खर्च का बंटवारा बिहार पुनर्गठन अधिनियम की शर्तों के तहत होगा।