106 वर्ष के वृद्ध अब्दुल करीम ने लोकतंत्र की मजबूती के लिए किया वोट
अमित कुमार,चतरा (गणादेश) : लोक सभा चुनाव में 106 वर्ष के वृद्ध अब्दुल करीम ने भी अपने बेटों के सहारे बूथ पहुंच कर गर्व के साथ वोट किया और लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव का हिस्सा बनें। उन्होंने शहर के ग्वालटोली मुहल्ला स्थित राजकीयकृत विद्यालय ग्वालटोली के बूथ नंबर में मतदान किया। वे अधिक उम्र होने के कारण लाठी के सहारे चलते हैं।चलने में उन्हें परेशानी होती है। घर से बूथ की दूरी करीब एक किलोमीटर है। घर से वे अपने बेटे के मोटरसाइकिल से अपना बूथ परिसर पहुंचे। उसके बाद वे अपने बेटे और लाठी के सहारे बूथ पर जाकर वोट किया। वे शहर के लियाकत अली रोड के निवासी हैं। उन्होंने कहा कि देश आजादी के बाद जितने बार चुनाव हुआ है, उन सभी में मतदान किया हूं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए मतदान जरुरी है।इधर वृद्ध महिला और विकलांग ने भी किया मतदान किया। चलने से मजबूर हो या बैसाखी के सहारे चल रहे विकलांग, सभी लोकतंत्र के महापर्व में अपना मताधिकार का प्रयोग किया। इनमें 85 साल की धनियां देवी, 88 साल की वृद्ध महिला खुर्शिदा बेगम एंव 30 साल का विकलांग जहांगीर कुरैशी ने भी मतदान किया। धनियां देवी चल फिर नहीं सकती है। वे शहर के नईकी तालाब बिंड मुहल्ला की रहने वाली हैं। चल फिर नहीं सकने के कारण उनके पुत्र उन्हें गोदी कर वोट दिलाने बूथ पहुंचा।इसके बाद वे उत्क्रमित मध्य विद्यालय बिंड के बूथ नंबर 448 में मतदान किया। जबकि खुर्शिदा बेगम लाठी के सहारे वोट करने आई थी। उन्होंने बालक उच्च विद्यालय चतरा के बूथ नंबर 446 पर मतदान किया। युवा जहांगीर विकलांग है। वह बैसाखी के सहारे चलता है। उन्होंने पूराना पेट्रोल पंप के समीप टीओपी -1 के बूथ पर मतदान किया।
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